New Hindi news : एयर मार्शल तेजिंदर सिंह ने रविवार को भारतीय वायुसेना के उप प्रमुख (डीसीएएस) का पदभार सम्भाला। उन्होंने वायुसेना मुख्यालय (वायु भवन) में चार्ज लेने के बाद नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर सर्वोच्च बलिदान देनेवाले वीरों को श्रद्धांजलि दी। अत्यधिक अनुभवी लड़ाकू पायलट सिंह को विभिन्न विमानों में 4,500 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने का अनुभव है। उन्होंने अपने लम्बे करियर में कई महत्त्वपूर्ण कमांड और स्टाफ नियुक्तियां की हैं। एयर मार्शल तेजिंदर सिंह ऐसे महत्त्वपूर्ण समय में अपना नया पदभार सम्भाल रहे हैं, जब भारतीय वायु सेना को एलसीए मार्क-1ए, एलसीए मार्क-2 और अपने सुखोई-30 एमकेआई बेड़े के उन्नयन सहित कई महत्त्वपूर्ण विमान परियोजनाओं को आगे बढ़ाना है। भारतीय वायु सेना को सी-295 परिवहन विमान परियोजना को शामिल करने जैसी महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं के साथ-साथ देश में विकसित और निर्मित की जा रही कई हथियार प्रणालियों और मिसाइलों को भी आगे बढ़ाना है।
तेजिंदर सिंह को 2007 में वायु सेना पदक और 2022 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था
भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति ने उनकी सराहनीय सेवाओं के सम्मान में 2007 में वायु सेना पदक और 2022 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र एयर मार्शल तेजिंदर सिंह मई, 2023 से सभी महत्त्वपूर्ण पूर्वी वायु कमान के वरिष्ठ वायु कर्मचारी अधिकारी हैं। उन्हें 13 जून, 1987 को भारतीय वायुसेना की लड़ाकू शाखा में कमीशन दिया गया था। वह 4500 घंटे से अधिक उड़ान के अनुभव वाले श्रेणी ‘ए’ योग्य उड़ान प्रशिक्षक हैं। उन्होंने एक लड़ाकू स्क्वाड्रन, एक रडार स्टेशन, एक प्रमुख लड़ाकू बेस की कमान सम्भाली है। वह जम्मू और कश्मीर में एयर आफिसर कमांडिंग रह चुके हैं।