National News Update, New Delhi, GoFirst Airline Got Permission To Conduct Service With Some Conditions : नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइन गो फर्स्ट की सेवा को बहाल करने की योजना को भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने कुछ शर्तों के साथ स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही मई से बंद एयरलाइंस के विमानों के उड़ान भरने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, विमान कब से उड़ान भरेंगे इसकी डेट का खुलासा नहीं हुआ है। वहीं, एयरलाइंस 23 जुलाई तक विमान सेवाओं को रद्द रखने की जानकारी पहले ही सार्वजनिक कर चुकी है।
28 जून को दिया गया था प्रस्ताव
डीजीसीए ने नोटिफिकेशन में कहा कि जांच के बाद उसने दिल्ली उच्च न्यायालय और एनसीएलटी के समक्ष लंबित याचिकाओं के नतीजे के अधीन 28 जून की प्रस्तावित बहाली योजना को स्वीकार कर लिया है। डीजीसीए ने कहा कि गो फर्स्ट उड़ान परिचालन शुरू कर सकता है, बशर्ते वह एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट रखने के लिए सभी लागू नियामक आवश्यकताओं का अनुपालन करता हो।
मई से ही बंद हैं विमान
गौरतलब है कि गो फर्स्ट में लगभग 4,200 कर्मचारी हैं। मार्च 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष में परिचालन से इसका राजस्व 4,183 करोड़ रुपये था। गो फर्स्ट की देनदारियां लगभग 11,463 करोड़ रुपये हैं। एयरलाइन ऑपरेटर ने मई की शुरुआत में एनसीएलटी को स्वैच्छिक दिवालियापन समाधान के लिए आवेदन दिया था। तभी से विमान सेवाएं बंद चल रही हैं।