Availability Of Ethanol Fuel, Future Source Of Alternative Energy, New Delhi : समय के साथ-साथ वैकल्पिक ऊर्जा पर केंद्र सरकार विशेष फोकस है। पेट्रोल, जिसका भंडार धीरे-धीरे घटता चला जा रहा है, इसके कई विकल्पों पर एक साथ काम चल रहे हैं। एथनाल मिश्रित ईंधन ई-20 इंधन भी इसमें शामिल हैं, जो कि सामान्य पेट्रोल की अपेक्षा कहीं सस्ता है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का दावा है कि बीस प्रतिशत एथनॉल मिश्रण वाले ईंधन (ई-20) की खुदरा बिक्री के लिए 2025 तक पूरे देश में विशेष पेट्रोल पंप होंगे। एक वीडियो संदेश के माध्यम से उद्योग संगठन इंडियन मर्चेन्ट चैंबर (आईएमसी) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि पहला ई-20 स्टेशन इस साल आठ फरवरी को शुरू हो गया। यह लक्षित समय अप्रैल से बहुत पहले था। अभी तक इनकी संख्या 600 को पार कर चुकी है और 2025 तक इसकी पहुंच पूरे देश में होगी। उन्होंने और क्या-क्या कहा, हम बताते हैं…
– पेट्रालियम मंत्रालय इसी महीने एक वैश्विक जैव-ईंधन गठबंधन पेश करेगा। पेट्रोल में एथनॉल का मिश्रण 2013-14 में 1.53 प्रतिशत से मार्च, 2023 में लगभग 11.5 प्रतिशत हो गया है। मात्रा के हिसाब से एथनॉल मिश्रित पेट्रोल 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से बढ़कर 2021-22 में 433.6 करोड़ लीटर हो गया है।
– जैव-ईंधन बेचने वाले पेट्रोल पंपों की संख्या 2016-17 में लगभग 29,890 से लगभग तीन गुनी 67,640 हो गई है। सरकार का लक्ष्य 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का है। सरकार लक्षित समय से पहले इसे 11.5 प्रतिशत कर चुकी है। सरकार ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिलाने के लक्षित समय को 2030 से पांच साल पहले कर 2025 किया है।
– पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य भी पहले जून 2022 में किया गया है। पुरी ने कहा कि रूस और अन्य गैर-खाड़ी बाजारों से कच्चे तेल के बढ़ते आयात के साथ देश ने आयात का दायरा भी बढ़ाया है। वित्त वर्ष 2006-07 में 27 देशों से आयात होता था, जो 2023 में बढ़कर 39 पहुंच गया है।