Chhattisgarh Update News, Kanker, Officer Destroyed 21 Lakh Litre Water To Search Mobile : यह ऐसी गलती है, जिसकी सजा बड़ी मिलनी चाहिए। मिली भी। अब बड़े स्तर के अधिकारी भी घेरे में आ रहे हैं। मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से जुड़ा हुआ। बताया जाता है कि कुछ दिन पहले एक फूड इंस्पेक्टर ने अपने महंगे फोन को ढूंढने के लिए एक डैम के बड़े जलाशय का 21 लाख लीटर पानी बर्बाद कर दिया। मामला संज्ञान में आते ही सरकार ने उस पर एक्शन लेते हुए उसे निलंबित कर दिया। अब यह जानकारी मिल रही है कि सरकार ने उस अधिकारी के वरिष्ठ को भी इस मामले में घेरा है, जिन्होंने उन्हें जलाशय का पांच फीट तक पानी खाली करने की अनुमति दी थी। इंद्रावती परियोजना के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर आरके धीवर से 26 मई को पत्र लिखकर पूछा गया कि व्यर्थ पानी की कीमत क्यों ना उनके वेतन से वसूली जाए। नोटिस में लिखा गया कि गर्मियों के दौरान सिंचाई और अन्य उद्देश्यों के लिए सभी जलाशयों में पानी कितना जरूरी होता है, ये सभी जानते हैं।
छुट्टी मना रहे थे फूड इंस्पेक्टर
अब आते हैं मूल मामले पर। कांकेर जिले के कोइलीबेड़ा ब्लॉक के एक फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास खेरकट्टा बांध के परालकोट जलाशय (Reservoir) के पास छुट्टी मना रहे थे, तब उन्होंने दोस्तों के साथ सेल्फी लेते हुए गलती से अपना 1 लाख रुपये का स्मार्टफोन गिरा दिया। यह बांध के वेस्ट वियर के स्टेलिंग बेसिन में गिर गया, जिसमें 15 फीट गहरा पानी था। स्थानीय लोगों ने इसे खोजने की कोशिश की, लेकिन जब प्रयास विफल रहा तो अधिकारी ने दो बड़े 30 एचपी डीजल पंप तीन दिनों तक लगातार चलाए और 21 लाख लीटर पानी खाली कर दिया, जो कि 1,500 एकड़ खेत की सिंचाई के लिए पर्याप्त था।
राजेश विश्वास ने दावा किया था कि फोन में डिपार्टमेंट से जुड़ा अहम डेटा था और पानी ‘अनुपयोगी’ था। अनुमति के बाद मैंने स्थानीय लोगों की मदद से तीन फीट पानी निकाला और अपना फोन वापस ले लिया।