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…और देखिए कैसे, इस परिवार को लोग कहने लगे हैं डॉक्टर परिवार, NEET में…

…और देखिए कैसे, इस परिवार को लोग कहने लगे हैं डॉक्टर परिवार, NEET में…

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Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news, UP news, Agra news : 4 जून को नीत यूजी के जारी रिजल्ट में उत्तर प्रदेश के आगरा में एक ही परिवार से तीन बच्चों का नेट एग्जाम को क्रैक करना वाकई जानने और सुनाने लायक कहानी है।  इस परिवार की पिछली पीढ़ी में एक डॉक्टर हैं।  उनके तीन बच्चों ने नीत यूजी परीक्षा पास की है। अब वह भी डॉक्टर बन जाएंगे। लेकिन समाज में लोग इस परिवार को डॉक्टर परिवार कहने लगे हैं। डॉक्टर को हम समाज में दूसरे भगवान का दर्जा देते हैं और डॉक्टर बनने के लिए देश के युवाओं को कठिन परिश्रम करना पड़ता है। जानकारी के अनुसार, देश में हर साल लगभग 24 लाख से अधिक स्टूडेंट्स नीट की परीक्षा देते हैं। अच्छे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए स्टूडेंट्स दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं, ताकि एंट्रेंस एग्जाम यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) एग्जाम में बेहतर रैंक हासिल कर सकें। 

इन तीन बच्चों ने पास किया एग्जाम

आगरा के दयालबाग निवासी भोलाराम त्यागी के परिवार को लोग डॉक्टर वाली फैमिली कहने लगे हैं। भोलाराम के तीन बेटे हैं- बड़े बेटे का लड़का डॉ अजय त्यागी पहली ही एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुका है, जबकि दोनों छोटे बेटों के तीन बच्चों ने भी अब नीट एग्जाम पास कर लिया है। सभी जॉइंट फैमिली में रहते हैं। भोलाराम त्यागी दूसरे नंबर का बेटा हेतराम पेशे से बिजनेसमैन है, उनके दो बच्चों पूजा और मनोज ने नीट क्लियर किया है। वहीं तीसरे नंबर बेटे शिव त्यागी की बेटी मानसी ने भी नीट एग्जाम पास किया है। पूजा को 720 में से 676 अंक मिले हैं, मनोज को 671 और मानसी को 640 अंक मिले हैं।

एग्जाम पास करने वाले बच्चों की खासियत

तीनों भाई-बहन की सफलता के पीछे अपने आप को टीवी और मोबाइल से दूर रखना माना जा रहा है। परिवार के बुजुर्ग सदस्यों ने तीनों बच्चों को टीवी और मोबाइल से 2 साल तक दूर रखा। तीनों भाई बहन 2 साल तक ना किसी पार्टी में गए, ना ही कहीं घूमने फिरने गए। तीनों भाई बहन नीट की परीक्षा पास करने के लिए सिलेबस की किताब लेकर एक दिन में 12 से 14 घंटे तैयारी करते रहते थे।

नीट परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले तीनों बच्चों के दादा भोलानाथ त्यागी का बच्चो की सफलता को कहा है कि यह बच्चों की मेहनत का फल है क्योंकि इन बच्चों ने अपने लक्ष्य के अलावा किसी और जगह अपना ध्यान नहीं लगाया। बच्चों ने 2 साल से टीवी भी नहीं देखा है, तीनों बच्चों को सोशल मीडिया पर कोई भी किसी भी तरह का अकाउंट भी नहीं है।

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