जलनेवाले गम्भीर मरीजों को त्वचा सम्बन्धी उपचार में मिलेगी मदद, स्किन बैंक में उच्च प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवरों की एक टीम होगी
New Delhi news : दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल (आरएंडआर) ने मंगलवार को सैन्य कर्मियों के लिए अत्याधुनिक ‘स्किन बैंक’ शुरू किया है। सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं के लिए यह अपनी तरह की पहली सुविधा है। इस पहल का उद्देश्य सेनाओं और उनके परिवारों के बीच गंभीर रूप से जलने की चोटों और अन्य त्वचा संबंधी स्थितियों के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।
सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि नया स्किन बैंक स्किन ग्राफ्ट के संग्रह, प्रसंस्करण, भंडारण और वितरण के लिए एक केंद्रीकृत केंद्र के रूप में काम करेगा, जिससे देश भर के सैन्य चिकित्सा केंद्रों को मदद मिलेगी। इस सुविधा का उद्देश्य सशस्त्र बलों के कर्मियों और उनके परिवारों को सबसे उन्नत प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध करना है। स्किन बैंक में प्लास्टिक सर्जन, ऊतक इंजीनियर और विशेष तकनीशियनों सहित उच्च प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवरों की एक टीम होगी। यह सुविधा गुणवत्ता नियंत्रण और सुरक्षा के उच्चतम मानकों का पालन करेगी, जिससे स्किन ग्राफ्ट की विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी।
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स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता
डीजीएमएस (सेना) और कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अरिंदम चटर्जी ने स्किन बैंक शुरू होने को सैन्य कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि यह सुविधा न केवल देखभाल की गुणवत्ता को बढ़ायेगी, बल्कि गम्भीर चोटों से प्रभावित लोगों की सहायता करने की क्षमता को भी मजबूत करेगी। सेना अस्पताल (आरएंडआर) के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अजित नीलकांतन ने कहा कि इस स्किन बैंक के जरिये हम अपने रोगियों को सबसे प्रभावी और व्यक्तिगत उपचार प्रदान कर सकते हैं, जिससे अंतत: उनके ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।