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आर्मी भर्ती की अग्निपथ योजना पर मोदी सरकार को मिला कांग्रेस के सीनियर नेता मनीष तिवारी का साथ, पार्टी से ली अलग लाइन

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Army recruitment, Agnipath scheme, Central government (केंद्र सरकार) की नयी अग्निपथ योजना का घर विरोध जारी है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित पार्टी के कई नेता भी योजना का विरोध कर रहे हैं। बिहार में भाजपा के सहयोगी दल भी इसका विरोध कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस के सीनियर लीडर मनीष तिवारी ने पार्टी लाइन से अलग राय रखी है। उन्होंने इस योजना को सरकार का सही दिशा में कदम बताया है। इस तरह मोदी सरकार को इस योजना के संबंध में मनीष तिवारी का साथ मिल गया है। एक टीवी चैनल से बातचीत में तिवारी ने कहा- इस वक्त देश को मोबाइल आर्मी, यंग आर्मी की जरूरत है। आप इसे पसंद करें या न करें, लेकिन मुझे लगता है कि वन रैंक-वन पेंशन योजना के चलते, बढ़ता पेंशन बोझ सरकार की काउंटिंग से आगे निकल गया होगा।

तकनीक और हथियार को पर अधिक खर्च करने की बताई जरूरत जरूरत 

तिवारी पहले भी कई मौकों पर पार्टी लाइन से अलग बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा- तकनीक और हथियारों पर अधिक खर्च की जरूरत होती है। ज्‍यादातर पैसा इसी पर खर्च होता है। पिछले 10 साल में वॉर नेचर में बदलाव आया है और यह काफी अहम है। इसका 30 साल पहले से मुकाबला करें तो मौजूदा वक्त में हमारी आर्म्ड फोर्स ज्यादा तैयार हैं। आज हमारी आर्मी टेक्‍नोलॉजी और आधुनिक हथियारों पर अधिक निर्भर है। इसमें ज्‍यादातर लोग कम उम्र के हैं। ऐसी स्थिति में आर्मी में इस तरह के सुधार की बेहद जरूरत है।

सरकार ने अपर एज लिमिट को 21 से बढ़ाकर किया 23 साल

केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए अपर एज लिमिट 21 साल से बढ़ाकर 23 साल करने का ऐलान किया है। यह छूट केवल इसी साल के लिए लागू होगी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पिछले दो साल में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह फैसला लिया गया है। इससे पहले अग्निवीर बनने के लिए पहले निर्धारित आयु सीमा 17.5 साल से 21 साल थी।

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