West Bengal news : पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाला में ईडी द्वारा गिरफ्तार की गईं पार्थ चटर्जी की महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी ने मंगलवार को फिर इस मामले में बयान देते हुए कहा कि मेरे फ्लैट में बरामद किया गया पैसा और अन्य सामान मेरा नहीं है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनकी जानकारी के बिना उनकी अनुपस्थिति में फ्लैट्स में रुपये रखे गये थे। इससे पहले पार्थ चटर्जी ने कहा है कि रुपये उनके नहीं हैं। उनके यह कहने के बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं हैं। वहीं 3 अगस्त को पीएमएलए की अदालत में दोनों को पेश किया जाएगा। बुधवार को ही दोनों की 10 दिन की ईडी हिरासत खत्म हो रही है। ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के टॉलीगंज और बेलघरिया फ्लैट्स से 50 करोड़ रुपये वह पांच 5 किलो से अधिक सोना जब्त किया है। ईडी पिछले 9 दिनों से दोनों से लगातार पूछताछ कर रही है।
पार्थ चटर्जी भी कह चुके हैं कि बरामद पैसे उनके नहीं
बता दें कि मंगलवार को अर्पिता और पार्थ को मेडिकल चेकअप के लिए जोका ईएसआई ले जाया गया। अर्पिता ने गाड़ी से उतरने के बाद मीडिया से कहा कि मेरी जानकारी के बिना मेरे घरों में पैसा रखा गया था। वे रुपये मेरे नहीं हैं। हालांकि उनके घर में पैसे किसने रखें इसका खुलासा और पिता ने अभी तक नहीं किया है। इससे पहले रविवार को पार्थ को मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया गया था। उस दिन पार्थ चटर्जी ने कहा था कि वह साजिश का शिकार हुए हैं। रुपये उनके नहीं हैं। समय आने पर सब साफ हो जायेगा। ऐसे में अब पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी, दोनों ही कह रहे हैं कि बरामद किये गये 50 करोड़ रुपये उनके नहीं हैं। दोनों के बयान से ऐसा लग रहा है कि इस मामले में तीसरा व्यक्ति जल्द ही सामने आएगा।