यूपी विधानसभा चुनाव परिणाम के आने से एक दिन पहले असम से भाजपा के लिए सुखद खबर आई है। असम में पहली बार निकाय चुनावों के लिए बैलेट पेपर के बजाय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का उपयोग किया गया था। असम में सत्ता पर काबिज भाजपा के लिए नगर निकाय चुनाव में भी खुश कर देने वाली खबर है। भारतीय जनता पार्टी ने असम में 80 में से 74 नगर पालिका बोर्डों में जीत दर्ज करते हुए शहरी निकाय चुनावों में क्लीन स्वीप किया है। वहीं कांग्रेस सिर्फ एक नगरपालिका बोर्ड को हथियाने में सफल रही है। भाजपा की सहयोगी असम गण परिषद ने दो नगर निगम बोर्ड बारपेटा और बोकाखाट पर कब्जा कर लिया है। हैलाकांडी और मरियानी के दो बोर्ड निर्दलीय के हाथ लगे हैं। डोबोका नगर निगम बोर्ड के चुनाव ने त्रिशंकु गृह की स्थिति पैदा कर दी है।
आप ने दर्ज कराई अपनी उपस्थिति
देश के अन्य राज्यों में विस्तार करने में जुटी अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी ने असम में भी खाता खोल दिया है। यहां पर दो वार्डों में AAP को जीत मिली है। तिनसुकिया नगर पालिका से वार्ड नंबर 11 में एडवोकेट धीरज कुमार सिंह जीते। वहीं उत्तर लखीमपुर नगर पालिका वार्ड संख्या 14 (सी) से उदिता दास ने जीत दर्ज की है।
70 पर्सेंट हुई था मतदान
गत रविवार को संपन्न हुए निकाय चुनाव में 70 प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य में वोटिंग शांतिपूर्वक हुई थी। वोटिंग के बाद सभी ईवीएम मशीनों को जिले और सब डिविजनल मुख्यालयों में सुरक्षित स्ट्रांग रूम में ट्रांसफर कर दिया गया था। बुधवार को सुबह निकाय चुनाव रिजल्ट के लिए काउंटिंग शुरू हुई।
असम में पहली बार EVM से निकाय चुनाव
राज्य के इतिहास में पहली बार असम में निकाय चुनावों के लिए बैलेट पेपर के बजाय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया गया था। मतदान बंद होने के बाद, ईवीएम को सुरक्षित रूप से जिला और उप-मंडल मुख्यालयों के स्ट्रांग रूम में स्थानांतरित कर दिया गया था।
16,73,899 वोटरों के हाथ थी कमान
असम के नगर निकाय चुनाव में पात्र मतदाताओं की संख्या 16,73,899 थी, जिसमें 8,41,534 महिलाएं और 17 ट्रांसजेंडर शामिल थे। खबरों के मुताबिक, सत्तारूढ़ भाजपा ने 825 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जबकि कम से कम 706 उम्मीदवारों ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और असम गण परिषद ने 243 उम्मीदवारों को टिकट दिया था।