‘Ayodhya Utsav’ will unite India, Top National news, National update, New Delhi news, latest National Hindi news, Ayodhya news, up news : श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की खुशी अयोध्या ही नहीं, बल्कि विश्वभर में है। इस उपलक्ष में शनिवार को तीन दिवसीय अयोध्या उत्सव का शुभारम्भ हुआ। इस उत्सव की कड़ी में 25 दिसम्बर तक रंगारंग मंच पर सांस्कृतिक सुरों की शाम सजेगी और भक्ति की रसधार बहेगी। अयोध्या उत्सव में लोक संस्कृति और कला की झलक भी दिखेगी। रामकथा और रामायण परंपरा पर आधारित प्रवचनों की शृंखला देखने को मिलेगी। अयोध्या उत्सव का उद्देश्य संपूर्ण देश को एकसूत्र में पिरोने का प्रयास है। श्रीराम सत्संग भवन (श्री मणिराम दास छावनी परिसर) अयोध्या उत्सव का साक्षी बना।
राम हमारी प्रेरणा हैं, राम हमारी आस्था
राम हमारी प्रेरणा हैं, राम हमारी आस्था हैं। राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर या पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि तीर्थस्थलों का एक स्तम्भ है। श्रीराम की अयोध्या का अर्थ त्याग, लोकतंत्र और सम्मान है। अयोध्या हमेशा से सेवा के प्रति समर्पण की मिसाल रही है। नर सेवा ही नारायण सेवा है, यह यहां के धार्मिक आयोजन में दिखती है। 500 से अधिक वर्ष बाद 22 जनवरी 2024 को गर्व का क्षण होगा, जब एक नयी और भव्य अयोध्या को देश और दुनिया देखेगी।
भगवान राम साक्षात धर्म के स्वरूप हैं
लम्बे संघर्ष के बाद मंदिर आन्दोलन एक निर्णायक स्थिति में परिवर्तित होकर रामराज्य की आधारशिला पुष्ट करते हुए उसके गुणगान को तैयार हो चुका है। भगवान राम साक्षात धर्म के स्वरूप हैं और राम मंदिर पूर्वजों के बलिदान व भावनाओं की सिद्धि है। पहले लोग अपने आप को हिन्दू और भारतीय बोलने में संकोच करते थे। आज हर व्यक्ति सनातन और भारतीयता के प्रति सम्मान का भाव रखता है।
वर्ष 2024 भारत के इतिहास में सबसे बड़े ग्रैंड इवेंट के लिए जाना जायेगा। साथ ही, उत्तर प्रदेश न सिर्फ महा उत्सवों के प्रदेश के रूप में उभरेगा, बल्कि पूरी तरह राममय दिखेगा।
राम मंदिर पूर्वजों के बलिदान और भावनाओं की सिद्धि
राम मंदिर पूर्वजों के बलिदान और भावनाओं की सिद्धि है। जब रामलला अपने मूल गर्भगृह में विराजमान होने जा रहे हैं, तब एक नये भारत का दर्शन होगा। वहीं, श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या आतिथ्य सत्कार का एक आदर्श प्रस्तुत करेगा।
अयोध्या उत्सव में लोक में राम विषय पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र की ओर से प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। साथ ही, प्रत्येक दिन शाम पांच बजे रंगारंग सांस्कृतिक मंच पर लोक कलाकार प्रभु श्रीराम की महिमा का बखान और उनका गुणगान करेंगे। भक्ति-भाव से परिपूर्ण