कोरोना का कहर थमने के बाद मंकीपॉक्स नामक खतरनाक बीमारी पूरी दुनिया में पैर पसार रही है। इसमें पूरी दुनिया को संकट में डाल दिया है। भारत में मंकीपॉक्स के पहले केस की पुष्टि होने के बाद डब्ल्यूएचओ ने 21 जुलाई को आपात बैठक बुलाई है। बैठक बुलाने का मकसद तेजी से फैल रही मंकीपॉक्स बीमारी को काबू करना है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों को मानें तो यह बीमारी अब तक दुनिया के 60 देशों में अपना पैर पसार चुकी है। इस बीमारी के लगभग 6000 केस सामने आ चुके हैं। इससे तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है।
मंकीपॉक्स का पहला मामला भारत के केरल में मिला
भारत के केरल में मंकीपॉक्स का पहला मामला मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय के कान खड़े हो गए हैं। वह इस बीमारी को रोकने के लिए उपाय करने में जुट गया है। उधर शुक्रवार को दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने बताया कि मंकीपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए क्षेत्र में सतर्कता बरती जा रही है। केरल में एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने तमाम लोगों से मंकीपॉक्स की बीमारी से बचने के लिए सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स से बचने के लिए जारी की गई गाइडलाइन का सभी लोग पालन करें।