New revelation on the conspiracy to kill Khalistani terrorist Pannu, in Washington Post…, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : खालिस्तान आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश को लेकर भारत और अमेरिका के नजरिए में जमीन- आसमान का फर्क है। याद कीजिए, नवंबर 2022 में फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश को नाकाम कर दिया है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि अमेरिका ने इस चिंता पर भारत सरकार को चेतावनी जारी की कि नई दिल्ली पन्नून को खत्म करने की साजिश में शामिल थी। भारत ने अमेरिकी आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया था, जिसमें कहा गया था कि पन्नून की हत्या की तथाकथित साजिश सरकारी नीति के विपरीत थी।
क्या किया गया है वॉशिंगटन पोस्ट में दावा
वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के पूर्व अधिकारी विक्रम यादव ने एक हिट टीम को काम पर रखा था और अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून पर हमले की साजिश रची थी। रिपोर्ट के मुताबिक, विक्रम यादव ने पन्नून के बारे में डिटेल्स भेजा, जिसमें उसका न्यूयॉर्क का पता भी शामिल था। वाशिंगटन पोस्ट ने दावा किया कि विदेश मंत्रालय ने उसके लेख पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता का मुद्दा
इसके बाद, मैनहट्टन अदालत में एक अभियोग दायर किया गया, जिसमें दावा किया गया कि निखिल गुप्ता नाम के एक व्यक्ति ने पन्नून की हत्या की योजना में भारत सरकार के अधिकारी के साथ मिलीभगत की, जिसके पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। अभियोग में एक अज्ञात व्यक्ति, ‘सीसी-1’ का उल्लेख किया गया था, जिसने कथित तौर पर भारत से पन्नून को मारने की साजिश का निर्देशन किया था। आरोपों में कहा गया है कि उसने पन्नु की हत्या की साजिश रचने के लिए मई 2023 में निखिल गुप्ता को अप्वॉइंट किया था।