कानपुर में पिछले जुमे की नमाज के दौरान हिंसा भड़काने के मामले में अबतक पीएफआई के 3 सदस्य समेत 54 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के बारे में पुलिस ने बताया कि सभी के विरुद्ध उसके पास पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि कानपुर हिंसा के पीछे पीएफआई का हाथ है। इस के पक्के सबूत पुलिस के पास मौजूद है। इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि कानपुर के बेकनगंज स्थित नई सड़क पर तीन जून को हिंसा भड़काने के मामले में आरोपियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। उपद्रवियों और पत्थरबाजों की सीसीटीवी से मिली फुटेज से पहचान कर पोस्टर जारी किए गए थे। पोस्टर जारी होते ही पत्थरबाजों में खलबली मच गई। इस मामले में अब तक 54 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा
उन्होंने आगे कहा कि कानुपर हिंसा मामले की शुरुआती जांच में यह बात साफ हो चुकी है कि हिंसा फैलाने के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने बड़ी साजिश रची थी। अब तक जिन 54 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है उनमें पीएफआई के तीन लोग भी हैं। पीएफआई के तीन सदस्यों में सैफउल्लाह, मो. नसीम और मोहम्मद उमर शामिल हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस मामले में किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा चाहे वह कोई भी हो।