पटना के अनिसाबाद सूर्यमंदिर के पास स्थित मोबाइल दुकान में घुसकर दुकानदार मंगल उर्फ मंगलेश को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तार किए गए राहुल और नगमा ( प्रेमी- प्रेमिका) ने पुलिस के सामने चौंकाने वाला तथ्य पर्दाफाश किया है। चितकोहरा का रहने वाला राहुल 2015 में विक्रम की हत्या करने के आरोप में जेल गया था। वह लगभग पांच साल तक छपरा जेल में बंद रहा। इस दौरान नगमा उसका कारोबार संभालती थी। एक माह पहले जेल से छूटने के बाद उसने नगमा से शादी कर ली। राहुल ने बताया कि उसे सोनू ने मंगलेश की हत्या की सुपारी दी थी। पुलिस सोनू की तलाश कर रही है। एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि सोनू और मंगलेश दोनों के तार छपरा से जुड़े हैं। एक टीम को वहां हत्या का कारण तलाशने के लिए भेजा गया है।
मोबाइल दुकान में की थी ताबड़तोड़ फायरिंग
रविवार की रात मंगलेश की मोबाइल दुकान में तीन बदमाश घुसे थे। तीनों ने ताबड़तोड़ फायरिग की। एक बदमाश की गोलियां खत्म हो गई तो मंगलेश ने उसे पकड़ लिया, जबकि उसके दो साथी फरार हो गए थे। फायरिग में मंगलेश घायल हो गए। गिरफ्तार राहुल से पूछताछ में पता चला कि वह सुपारी लेकर हत्या करने के साथ हथियारों की तस्करी भी करता है। बिहारशरीफ की नगमा से उसका प्रेम संबंध चल रहा था, जिससे उसने शादी कर ली। वह शादीशुदा और एक बच्चे की मां है मगर उसने पति को छोड़ दिया। इसके बाद राहुल ने उसे गायघाट में किराए पर कमरा दिला दिया था। जेल से भी वह नगमा के संपर्क में रहता था और उसके बताए गए पते पर वह हथियार सप्लाई करती थी। सोनू से सुपारी मिलने के बाद मंगलेश को मारने के लिए भी वह नगमा के पास से रिवाल्वर लेकर आया था। इसके बाद पुलिस ने नगमा को गिरफ्तार कर ली। हालांकि, फरार दो बदमाशों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।