Bihar (बिहार) के बेगूसराय कोर्ट में एक परिवाद दायर किया गया है, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को अभियुक्त बनाया गया है। इस केस में धोनी के अलावा 7 अन्य लोगों के नाम अभियुक्तों में शामिल हैं। केस एक खाद विक्रेता ने दर्ज कराया है। मामला 30 लाख रुपये का चेक बाउंस हो जाने का है। केस सीजेएम की अदालत में दर्ज कराया गया है। दायर परिवाद के अनुसार, इंटरप्राइजेज बेगूसराय नामक एजेंसी के साथ एक उर्वरक कंपनी ने अपने एक खास प्रोडक्ट की बिक्री के लिए करार किया। कंपनी ने एजेंसी को खाद तो भेज दिया लेकिन मार्केटिंग में सहयोग नहीं किया, जिसका वादा किया गया था। दावा किया गया है कि इस वजह से एजेंसी में माल फंस गया। एजेंसी के मालिक नीरज कुमार निराला ने कहा है कि कंपनी के असहयोग की वजह से उन्हें घाटा हुआ।
बार-बार नोटिस के बाद भी नहीं मिला रिस्पांस
बाद में शिकायत करने पर कंपनी ने एजेंसी में फंसा हुआ वापस ले लिया और बदले में 30 लाख का चेक दिया। मालिक ने जब चेक बैंक भेजा तो बाउंस हो गया। इसकी सूचना बार बार देने के बाद भी कंपनी के अधिकारी या रिप्रजेंटेटिव ने ध्यान नहीं दिया। एजेंसी मालिक के अधिवक्ता ने कंपनी को चेक बाउंस हो जाने का लीगल नोटिस भी भेजा पर, दुकानदार को राहत नहीं मिली। थक हारकर नीरज कुमार निराला कोर्ट की शरण में चले गए।
धोनी ने इस प्रोडक्ट का किया था विज्ञापन
इस केस में नीरज कुमार निराला की ओर से कंपनी के सीईओ राजेश आर्य समेत सात अन्य पदाधिकारियों को अभियुक्त बनाया गया है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस प्रोडक्ट का विज्ञापन किया था। इस वजह से नीरज कुमार निराला ने धोनी पर भी मुकदमा दर्ज करवाया है।