बिहार में भोजपुर जिले के जगदीशपुर निवासी बाबू कुंवर सिंह के वंशज रोहित सिंह उर्फ बब्लू सिंह की मौत मामले से धीरे-धीरे पर्दा उठ रहा है। जांच में पुलिस ने मौत मामले को हत्या मानते हुए सीआइएटी के तीन जवानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि, मुख्य आरोपित रसोइया सद्दाम इद्रीश ने पुलिस दबिश के बाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। जिसे जेल भेज दिया गया है। मामले में एसपी विनय तिवारी ने बताया कि अनुसंधान के दौरान सीआइएटी के तीन जवानों संदीप कुमार, अमित कुमार और सुनील पासवान को चिह्नित करते हुए गिरफ्तार किया गया है।
प्रारंभिक जांच में मारपीट की बात आई सामने
एसपी ने बताया कि मृतक के शरीर पर पाए गए जख्मों के आधार पर यह कार्रवाई की हुई है। जांच में मारपीट की बात हुई सामने आई है। सरेंडर करने वाले रसोइया को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। सरेंडर करने वाला आरोपित जगदीशपुर नगर के कसाब-कसाई टोला का निवासी है, जो जवानों के लिए खाना बनाता था। एसपी ने बताया कि 28 मार्च को जगदीशपुर गढ़ निवासी पुष्पा सिंह ने अपने बेटे कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह के साथ मारपीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए किला पर प्रतिनियुक्त सीआइएटी के तीन जवानों के अलावा रसोइया सदाम इद्रीश उर्फ गेंडा के विरुद्ध केस दर्ज कराया था।
डीएसपी के नेतृत्व में जांच टीम गठित
इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पीरो डीएसपी राहुल सिंह के नेतृत्व में विशेष जांच टीम गठित की गई है। इसमें इंस्पेक्टर नंद किशोर सिंह एवं गौतम कुमार शामिल थे। अनुसंधान दल की त्वरित कार्रवाई के कारण प्राथमिकी अभियुक्त सद्दाम इद्रीश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस दौरान सीआइएटी के तीन जवानों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
गाली देने पर हुआ था विवाद
भोजपुर एसपी ने आगे बताया कि शुरुआती जांच में यह बात आई हैं कि 28 मार्च को रात साढ़े आठ बजे किला में सीआइएटी के जवानों के लिए खाना बनाने वाले रसोइया सद्दाम इद्रीश से कुंवर सिंह के प्रपोत्र का वाद-विवाद हुआ था। इस दौरान गाली गलौज भी हुई थी। इसके बाद मारपीट हुई थी। घायल होने के बाद वे खुद चलकर अस्पताल पहुंचे थे। 29 मार्च की रात 12 बजे अस्पताल में भर्ती किया गया गया था। 30 मार्च की दोपहर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। चूंकि, स्वजन नहीं थे इसलिए डाक्टर ने रेफर नहीं किया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर जख्म का वर्णन
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बिसरा प्रिर्जव किया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ हैं कि मृतक के शरीर पर जख्म के निशान थे। बिसरा रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही वजह स्पष्ट हो सकेगा। प्रारंभिक जांच में मारपीट एवं फिर इलाज के दौरान मौत के मामले में यह कार्रवाई की गई है। पटना से फोरेंसिक जांच टीम भी आई थी। स्वजनों के अनुसार जहां-जहां पर ब्लड गिरने की बात बतायी गई थी वहां से सैंपल लिया गया है। जिसे जांच को भेजा जाएगा।
मौत के बाद फरार हो गया था आरोपित रसोइया
सूत्रों के अनुसार कुंवर रोहित सिंह की मौत के बाद संदिग्ध रसोइया जगदीशपुर छोड़कर फरार हो गया था। वह भागकर रोहतास की ओर चला गया था। केस होने के बाद पुलिस लगातार पीछा कर रही थी। इस दौरान उसने सरेंडर कर दिया। सबसे पहले एसआइटी टीम ने चिह्नित किए गए तीनों जवानों से पूछताछ की। जिसके बाद वाद-विवाद होने के बारे में पता चला गया। लेकिन, रसोइया द्वारा मारपीट किए जाने की बात बतायी गई। शुरूआती जांच में डंडा से मारपीट किए जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि, मारपीट के मामले में पुलिस रसोइया के अलावा तीनों जवानों को भी दोषी मान रही है।