Bihar (बिहार) में नीतीश कैबिनेट में भाजपा के मंत्री जनक राम ने मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर कहा है कि कानून से बड़ा धर्म नहीं है। कानून से देश और प्रदेश चलता है। यूपी में ये कानून लागू हुआ है तो इसका असर बिहार में भी पड़ेगा। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि अगर बिहार में ये कानून आया तो यहां से भी हटेगा। इस बात पर केंद्र के नेता और राज्य के नेता और मुख्यमंत्री आपस में मिलकर बातचीत करेंगे। क्योंकि, ध्वनि प्रदूषण से बचने का यही उपाय है।
राजद-जदयू में नजदीकी की चर्चा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दावत ए इफ्तार के बहाने पिछले 7 दिनों में दो बार साथ आए। गुरुवार को जेडीयू के दावत-ए-इफ्तार में तेजस्वी को गाड़ी तक छोड़ने पहुंचे सीएम नीतीश तो सियासी गलियारों में हलचल शुरू हो गई। राजद और जेडीयू एक साथ फिर से हो जाएगी। इसकी चर्चाएं जोर पकड़ने लगी। क्या बिहार में फिर से नया समीकरण बनेगा। राजद के कई नेता सीएम नीतीश को आमंत्रण तक देने लगे थे कि महागठबंधन में स्वागत है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी कह दिया था कि सीएम नीतीश अगर आना चाहते हैं तो आ सकते हैं।
सीएम ने विपक्ष के नेता को सम्मान दिया
इसके बाद बीजेपी के नेता और बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि ये एनडीए के संस्कार है। एनडीए अपने बेटे और भतीजे को सम्मान देता है। नीतीश कुमार ने सम्मान देने का काम किया है। तेजस्वी यादव बिहार के नेता प्रतिपक्ष हैं। नीतीश कुमार पूरे बिहार के मुख्यमंत्री है तो मुख्यमंत्री ने विपक्ष के नेता को सम्मान दिया है। लेकिन, अगर राजद के कुछ लोग इस बात को लेकर ख्याली पुलाव पका रहे हैं तो ऐसा नहीं करे। बिहार की जनता जनार्दन ने एनडीए को मौका दिया है। एनडीए की सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी।