Bihar News : पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की आतंकी गतिविधियां व उनकी साजिश और विस्तृत धरातल पर सामने आ रही है। पटना पुलिस प्रमुख ने 16 जुलाई को कहा कि इस हफ्ते की शुरुआत में पटना से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के तीन कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया था। बिहार पुलिस ने लखनऊ से एक अन्य व्यक्ति को पकड़ा और उसे राज्य लाया जा रहा है। पटना के फुलवारीशरीफ से चलाई जा रही देश विरोधी गतिविधियों के मामले में नामजद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सक्रिय सदस्य नुरुद्दीन जंगी को 16 को लखनऊ में मवैया मेट्रो स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया। नुरुद्दीन लखनऊ में चारबाग स्थित मुस्लिम मुसाफिरखाना में रुका हुआ था। वह अधिवक्ताओं के माध्यम से पीएफआई-एसडीपीआई के सदस्यों से संबंधित मुकदमों की पैरवी न्यायालयों में करता है।
दरभंगा के लहरिया सराय का है नरुद्दीन
पुलिस के अनुसार, मोहम्मद नूरुद्दीन जंगी, जिसे शुक्रवार देर शाम लखनऊ में धार्मिक वैमनस्य पैदा करने और इस उद्देश्य के लिए निर्दोष मुसलमानों को प्रेरित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, दरभंगा के लहेरियासराय का निवासी है। उन्होंने सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के बैनर तले दरभंगा से 2020 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, जो पीएफआई से संबद्ध है और उसे 600 वोट मिले। उन्होंने 2017 में दरभंगा के सी एन लॉ कॉलेज से कानून में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और कई मामलों में अदालतों में पीएफआई और एसडीपीआई से जुड़े आरोपियों का बचाव करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए कई जगह छापामारी
पटना में छापेमारी के बाद, पुलिस ने तीन कथित पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया था और एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत 120 बी (आपराधिक साजिश), 121 और 121ए (राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ना), 153ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 153बी (आरोप लगाना, राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक दावे) सहित 26 लोगों को संभावित आतंकी मॉड्यूल के हिस्से के रूप में नामित किया गया था। उधर, पीएफआई से जुड़े नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पटना पुलिस ने शनिवार को भी मधुबनी, कटिहार, अररिया, नालंदा, दरभंगा, फुलवारीशरीफ आदि जगहों पर छापेमारी की।