Bihar News : अपराध की दुनिया में गैंग और माफिया दो ऐसे शब्द हैं, जिनसे सामान्य लोग भी परिचित हैं। यह जरूरी नहीं कि गैंग केवल पुरुषों का ही हो। अब अपराध की दुनिया में महिलाओं का गैंग भी काम करता है, लेकिन ऐसा नाम,जो हैरत में डालता है। आंटी के नाम पर ‘आंटी गैंग’ और काम इतना खतरनाक कि कोई भी सुनकर चक्र आ जाए।
मुजफ्फरपुर की नगर पुलिस ने स्मैक बेचने वाली आंटी गैंग की दो महिलाओं को अंबेडकर नगर सिकंदरपुर से गिरफ्तार किया है। उनके पास से 25 पुड़िया स्मैक भी जब्त किया। स्मैक के नशेड़ी महिला तस्कर को स्मैक वाली आंटी के नाम से बुलाते हैं। इसकी जानकारी पुलिस को पिछले दिनों मिली थी। जब स्मैक खरीदकर जा रहे दो युवकों को दबोचा गया था। स्कूल-कॉलेज जाने वाली गरीब घर की लड़कियों को यह गैंग अपने जाल में फंसा रहा है।
पुलिस ने एक जवान को इस तरह भेजा
इसके बाद पुलिस ने रणनीति बनाकर पुलिस के एक जवान को उसके घर पर स्मैक का खरीदार बनाकर भेजा गया, लेकिन पहचाने जाने के कारण उसने पुलिस को चकमा दे दिया। इसके बाद एक स्मैकिया को भेजा गया। जैसे ही पहचान के स्मैकिया को महिला ने स्मैक बेचा, पुलिस टीम ने छापेमारी कर दी। घर से 25 पुड़िया स्मैक जब्त किया गया। पुलिस ने महिला के फोन को भी जब्त किया है। उसके फोन से पुलिस को कई डील के साक्ष्य मिले हैं। उसका पुत्र भी स्मैक के केस में जेल जा चुका है।
2 दर्जन से अधिक महिलाएं
ब्रह्मपुरा में स्मैक पैडलर असलमा खान को 101 पुड़िया के साथ गिरफ्तार करने के बाद पुलिस टीम ने पैडलरों की महिला सरगना मेघा कुमारी को पक्कीसराय से दो साल पहले गिरफ्तार किया था। मेघा कपड़ा व्यवसाय की आड़ में पैडलरों के जरिये स्मैक बेचने का बड़े पैमाने पर धंधा चला रही थी। जेल भेजी गई मेघा कुमारी के रैकेट में दो दर्जन से अधिक महिला जुड़ी हुई थी।
गैंग से जुड़ी है कई लड़कियां
कई लड़कियां आंटी गैंग से जुड़कर नशे का कारोबार कर रही हैं। उन्हें इस धंधे में कम समय में ज्यादा कमाई का प्रलोभन देकर फंसाया जा रहा है। स्कूल और कॉलेज जाने वाली ऐसी लड़कियों पर आंटी गैंग की नजर है जो कमजोर घर से हैं। ऐसी लड़कियां आसानी से गैंग के चंगुल में फंस जाती हैं। पुलिस उनपर शक नहीं करती, इसका फायदा उठाकर नशे का धंधा सरगना आंटी द्वारा किया जा रहा है।