Bihar News : बेईमानी और लालच के कारण आदमी कितना नीचे गिर सकता है, इसकी एक मिसाल बिहार की राजधानी पटना से सामने आई है। जिस जमीन दलाल अश्विनी कुमार की किडनैपिंग की FIR दर्ज कराई गई थी, वह मामला फर्जी निकला। सच्चाई यह निकली कि अश्विनी कुमार ने अपने बिजनेस पार्टनर के दो करो रुपये हड़पने के लिए किडनैपिंग की झूठी कहानी रची और इसमें उसकी पत्नी ने भी पूरा साथ दिया। उसकी किडनैपिंग की प्राथमिकी उसकी पत्नी ने ही दर्ज कराई थी। पटना पुलिस ने 9 जुलाई को अश्विनी कुमार को पकड़ कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
किडनैपिंग की FIR दर्ज
किडनैपिंग की यह फर्जी कहानी पटना में शास्त्रीनगर थाना की है। 7 जुलाई को अश्विनी कुमार की पत्नी मिकी कुमारी ने शास्त्रीनगर थाना में अपने पति की किडनैपिंग की FIR दर्ज कराई थी। इनका घर शिवपुरी में है और इस केस की जांच करते हुए पुलिस ने अश्विनी को इसी इलाके से बरामद किया। पास के ही एक घर में वह रह रहा था। पत्नी से भी उसकी लगातार मोबाइल पर बात हो रही थी।
दो कारणों से रची यह झूठी कहानी
पहला कारण
पुलिस ने इस केस के अनुसंधान में स्पष्ट किया है कि दो कारणों से अश्विनी और उसकी पत्नी ने किडनैपिंग की कहानी को प्लान किया। पहली वजह ये है कि नागेंद्र तिवारी के साथ बतौर पार्टनर अश्विनी लैंड ब्रोकरी का काम पटना में करता है। नागेंद्र के हिस्से के करीब 2 करोड़ रुपये अश्विनी के पास हैं। ये रुपये वो देना नहीं चाहता है। लंबे समय से नागेंद्र की तबीयत खराब है। वह दिल्ली में रहकर अपना इलाज करा रहा है।
दूसरा कारण
दूसरा कारण यह है कि अश्विनी के पिता नंदकिशोर राय बिहार पुलिस से रिटायर हैं। किडनैपिंग के नाम पर ही उसने पिता से रुपये ठगने की प्लानिंग बनाई थी और ऐसा उसने किया भी। पिता से अकाउंट में 3.30 लाख रुपये कैश मंगवाया भी। इस पूरे प्रकरण में अश्विनी का साथ उसकी पत्नी मिकी कुमारी ने दिया था। थानेदार रामशंकर के अनुसार, पाटर्नर की तरफ से लगातार 2 करोड़ रुपये के लिए दबाव दिया जा रहा था। उससे बचने के लिए ही अश्विनी ने किडनैपिंग की झूठी कहानी रची थी, जिसकी सच्चाई अब सामने आ गई है। पत्नी के अपराध के प्वाइंट पर जांच चल रही है। कोर्ट के आदेश पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।