Bihar News : साल 2015 में चुनाव जीतने के बाद महागठबंधन की सरकार बनी थी। 2 साल में लालू और नीतीश के रिश्ते बिगड़े तो गठबंधन टूट गया और राज्य में बीजेपी और जदयू की सरकार बन गई। 2020 में चुनाव जीतने के बाद जदयू और भाजपा की सरकार बनी। दोनों के बीच रिश्ते में ऐसी खटास पैदा हुई कि नीतीश एनडीए से अलग होकर फिर लालू के करीब आ गए और 2022 में 10 अगस्त को महागठबंधन की सरकार बिहार में फिर बन गई। लालू प्रसाद बीमार हैं, लेकिन सरकार बनने के बाद उन्हें इतनी खुशी मिली अब वह स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं सालगिरह के दिन दिल्ली से बिहार आ रहे हैं। नितेश कुमार चीफ मिनिस्टर और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम का ताज पहन चुके हैं और बड़े भाई तेजप्रताप यादव जल्द ही मंत्री बनने वाले हैं। यह लालू के लिए खुशी की बात तो होगी ही और इससे भी बड़ी खुशी इस बात की कि अब लालू और नीतीश मिलकर बिहार में नरेंद्र मोदी को जबरदस्त टक्कर देंगे। इसका प्रभाव बिहार के बाहर भी दिखाई पड़ सकता है।
दिल्ली एम्स में इलाज के बाद रह रहे अपनी बेटी मीसा भारती के साथ
लालू प्रसाद फिलहाल दिल्ली में हैं। वे बेटी मीसा भारती के आवास पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पिछले दिनों बीमार होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए पटना से दिल्ली एम्स भेज दिया था। राबड़ी आवास में सीढ़ी पर गिर जाने के कारण लालू यादव की हड्डी टूट गई थी। कई दिनों तक पटना में इलाज के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया था। एम्स में इलाज से वे जब ठीक हो गए तो छुट्टी दे दी गई। उसके बाद से वे दिल्ली में ही हैं।
कैबिनेट का फाइनल खाका तैयार, मंत्रियों के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे लालू
उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव दिल्ली गए थे। मीसा भारती के आवास पर तेजस्वी ने लालू यादव से मुलाकात कर राज्य की सियासी हलचल से अवगत कराया था। माना जा रहा है कि लालू के हस्तक्षेप से ही बिहार में सीएम और डिप्टी सीएम का मसला आसानी से हल हुआ। राजद के पास 80 सीटें हैं, जबकि जदयू के पास 45 सीटें। ऐसे में सीएम पद के लिए राजद और जदयू में विवाद हो सकता था, लेकिन लालू ने इस मसले को आसानी से हल कर दिया। एक-दो दिनों में कैबिनेट का भी विस्तार होना है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार इसका फाइनल खाता तैयार है। लालू प्रसाद मंत्रियों के शपथ ग्रहण में शामिल हो सकते हैं।