Bihar politics turned : जैसा कि दो-तीन दिनों से कयास लगाया जा रहा था, 9 अगस्त को बिहार की सियासत में नए मोड़ का क्लाइमैक्स सामने आ गया। नीतीश कुमार ने साल 2017 को दोहराते हुए पहले राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा और तुरंत नयी सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। इस दावे में बिहार के 7 दलों के विधायकों का समर्थन पत्र है, जिसमें 164 MLA के हस्ताक्षर हैं। बीजेपी को छोड़कर सभी दलों के सभी विधायक और एक निर्दलीय नीतीश के साथ हैं। मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार, 10 अगस्त को पूर्वाहन 2:00 बजे नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव डिप्टी चीफ मिनिस्टर के रूप में शपथ लेंगे। कैबिनेट का विस्तार बाद में होगा।
मीडिया से क्या कहा नीतीश ने
बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू के सभी सांसदों और विधायकों की आम सहमति कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए। इसके तुरंत बाद मैंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने हमें खत्म करने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया है।
मीडिया से क्या कहा तेजस्वी ने
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार ने देश को रास्ता दिखाया है। भाजपा जहां भी रहती है, जिसके साथ रहती है, उसे तोड़ती है। पंजाब देखिए, महाराष्ट्र देखिए। बिहार में जो हो रहा था, सबको दिख रहा था।
सत्ता से विदाई के बाद भाजपा हुई आक्रामक
बता दें कि नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार की बागडोर संभालने के लिए तैयार हैं। नीतीश कुमार बुधवार दोपहर दो बजे बिहार के नए मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ लेंगे। उधर, सत्ता से विदाई के बाद भाजपा आक्रमक हो गई है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश ने जनादेश का ही नहीं बिहार का भी अपमान किया है इसे बिहार की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। 10 अगस्त को भाजपा प्रदेश कार्यालय के सामने महाधरना का आयोजन किया गया है।