Bihar (बिहार) में कोरोना संकट के लगभग दो साल बाद 10 अप्रैल को रामनवमी का असीम उत्साह देखते ही बना। मीडिया रिपोर्ट से पता चल रहा है कि इस अवसर पर पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में लगभग तीन लाख श्रद्धालुओं ने भगवान राम और हनुमान के दर्शन किए और प्रसाद चढ़ाए। दो बजे भोर में पट खुलने के साथ ही महावीर मंदिर में दर्शन का दौर शुरू हो गया था। इस दौरान मंदिर परिसर ‘जय श्रीराम, जय श्री राम’ के उद्घोष से गूंज उठा। रामनवमी को लेकर महावीर मंदिर और जिला प्रशासन ने सभी प्रकार के पुख्ता इंतजाम किए थे।
पहली बार ड्रोन से की गई पुष्पवृष्टि
दोपहर 12 बजते ही रामलला का प्राकट्य हुआ। आचार्य किशोर कुणाल ने रिमोट के जरिये रामलला के विशेष चित्र का अनावरण किया। आसमान से तीन ड्रोन से फूलों की वर्षा हुई। लगभग आधे घंटे तक हुई पुष्पवृष्टि से ऐसा लगा जैसे देवलोक से देवता गण भगवान राम के पृथ्वी लोक अवतरण के अवसर पर उनका अभिनंदन कर रहे हों। महावीर मंदिर और बिहार के इतिहास में पहली बार मंदिर के ऊपर ड्रोन से पुष्पवृष्टि की गई। मौके पर पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन भी अपने सहयोगियों के साथ थे। भगवान राम के प्राकट्य के बाद आरती हुई।
108 किलो के नैवेद्यम का विशेष भोग
मध्याह्न आरती के पूर्व भगवान को 108 किलो के नैवेद्यम का विशेष भोग लगा। इसे भक्तों में वितरित किया गया। इस मौके पर भगवान को अर्पित विशेष रोट प्रसाद भी निकास द्वार से निकल रहे भक्तों को दिया गया। रामनवमी के दिन रात्रि लगभग नौ बजे हवन के साथ नौ दिवसीय नवाह्न पाठ का विधिवत समापन हुआ।
20 हजार किलो बिका नैवेद्यम
महावीर मंदिर के प्रवेश द्वार के निकट, वीर कुंवर सिंह पार्क तक के भक्त मार्ग और वीर कुंवर सिंह पार्क में कुल 10 नैवेद्यम काउंटर बनाए गए थे। देर रात महावीर मंदिर का पट बंद होने तक लगभग 20 हजार किलो नैवेद्यम की बिक्री का आकलन किया गया है।