Bihar (बिहार) के समस्तीपुर से एक ह्रदय विदारक घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिले के विद्यापतिनगर थाना के मऊ गांव में 5 जून को एक ही परिवार के पांच सदस्यों की फंदे पर लाशें लटकती मिलीं। जानकारी मिलते ही गांव में सनसनी फैल गयी। फौरन पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। मृतकों में मनोज कुमार झा (35), उनकी पत्नी सुंदरमणि (25), पुत्र शिवम (6), सत्यम (5) और मां सीता देवी (65) शामिल हैं।
…और सन्न रह गए लोग
ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सुबह साढ़े सात से आठ बजे के बीच स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मनोज के घर पहुंचीं और घर बंद देख उनकी पत्नी को आवाज लगाईं। काफी आवाज लगाने के बाद भी जब कोई उत्तर नहीं मिला तो आसपास के लोगों को बुला इसकी जानकारी दी। आसपास के लोगों ने भी आवाज लगाने के बाद दरवाजे को काफी खटखटाया, लेकिन कोई जबाव नहीं मिला तब लोगों ने किसी तरह खिड़की से झांक कर देखा तो सभी को फंदे पर लटकता देख सन्न रह गए।
खैनी बेचकर घर के भरण-पोषण की कोशिश
सूचना मिलने पर विद्यापतिनगर थाने की पुलिस पहुंची। बाद में दलसिंहसराय डीएसपी भी गांव पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना करने के बाद आसपास के लोगों से जानकारी जुटाने का प्रयास शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि मनोज मऊ बाजार में फुटपाथ पर खैनी की दुकान करता था, लेकिन उससे परिवार का सही से भरण पोषण नहीं कर पा रहा था। उसके पास खेती की जमीन भी नहीं थी।
सेल्फ हेल्प ग्रुप से लिये कर्ज का दबाव
ग्रामीणों में चर्चा के अनुसार, मनोज की पत्नी ने घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए स्वयं सहायता समूह से कर्ज लिया था। लेकिन वह कर्ज की क़िस्त नहीं चुका पा रही थी। चुकाने के लिए उस पर दवाब था। ग्रामीणों का मानना है कि उसी दवाब में आकर मनोज व उसके परिवार के लोग फंदे पर झूल गए होंगे।