खुशखबरी है क्योंकि पटना का श्रीराधा बांके बिहारी इस्कान मंदिर सौ करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो चुका है। पिछले12 वर्षो से इसका निर्माण चल रहा था। इस मंदिर का द्वार भक्तों के लिए तीन मई से खोल दिया जाएगा। राजधानी पटना के बुद्ध मार्ग स्थित नवनिर्मित मंदिर का उदघाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने की संभावना है।
पांच दिनों तक भक्ति कार्यक्रम
मंदिर के उदघाटन अवसर पर इस्कान मंदिर परिसर में पांच दिनों तक भक्ति कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस दौरान देश-विदेश से इस्कान से जुड़े गुरु महाराज और भक्तों की भीड़ होगी। वहीं अपने-अपने क्षेत्र में स्थापित कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। उदघाटन को लेकर मंदिर की बेहतर साज-सजावट पर ध्यान दिया जा रहा है। मंदिर के साथ प्रेक्षागृह, रेस्तरां, अतिथिशाला समेत अन्य भवन का निर्माण किया गया है। आने वाले दिनों में मंदिर बिहार के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पहचान बनाएगी।
2007 में किया गया था मंदिर का भूमि पूजन
मंदिर के बारे में कृष्ण कृपा दास ने बताया कि कोरोना संकट के कारण मंदिर के उदघाटन में देर हुआ है। वर्ष 2021 में मंदिर का उदघटन होना था। मंदिर बनाने को लेकर 2004 में ही बुद्ध मार्ग में मंदिर के लिए जमीन मिली। वहीं 2007 में मंदिर का भूमि पूजन करने के बाद 2010 से मंदिर निर्माण कार्य आरंभ हो गया। मंदिर के निर्माण में मकराना के कारीगरों द्वारा वहां के पत्थरों का प्रयोग कर निर्माण कराया गया है।
आकर्षण का केंद्र बिंदु होगा मंदिर
करीब दो एकड़ में बने मंदिर को सेमी अंडर ग्राउंड बनाया गया है। पहले तल्ले पर एक हजार से अधिक श्रद्धालु एक साथ बैठकर भगवान श्रीकृष्ण का प्रसाद ग्रहण करेंगे। दूसरे तल्ले पर तीन दरबार बनाए गए हैं जिसमें राम, कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु का दरबार है। भगवान की सभी लीलाओं को अत्याधुनिक उपकरणों के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। 84 लाख योनि की तर्ज पर मंदिर में निर्माण में 84 खंभे बनाए गए हैं। मंदिर परिसर में गोङ्क्षवदा रेस्तरां बना है जिसमें श्रद्धालुओं को 56 प्रकार के सात्विक व्यंजन प्राप्त होंगे। मंदिर की लाइब्रेरी में स्वामी प्रभुपाद और वेद व्यास द्वारा रचित ग्रंथ पाठकों के लिए रखे जाएंगे।