Bihar( बिहार) के मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम ने 5 मार्च की देर शाम भारत-नेपाल जोगबनी खुली सीमा क्षेत्र का जायजा लिया। इस दौरान करीब तीन किलोमीटर तक नो मैंस लैंड का निरीक्षण करते हुए मद्य निषेध की दिशा में कानून को सख्ती से लागू करने को लेकर कई संभावनाओं का आकलन भी किया गया।
नो मैंस लैंड का मोबाइल
मौके पर DM प्रशांत कुमार सीएच, SP अशोक कुमार सिंह, एसएसबी के कमांडेंट एमकेएस मुंडा, एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला, डीएसपी रामपुकार सिंह, जोगबनी थानाध्यक्ष आफताब आलम, सीओ संजीव कुमार, मध्य निषेध के कई अधिकारी एवं बड़ी संख्या में एसएसबी एवं पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों ने सबसे पहले जोगबनी बॉर्डर से लेकर टिकुलिया बस्ती के इलाके में नो मैंस लैंड का मुआयना किया।
मद्य निषेध कानून को सख्ती से लागू करने का दिया निर्देश
औचक निरीक्षण के बाद अपर मुख्य सचिव ने डीएम-एसपी सहित कई अधिकारियों के साथ मद्य निषेध कानून को पुख्ता करने की दिशा में विचार-विमर्श किए एवं कई दिशा-निर्देश दिए। इस संबंध में डीएम ने बताया कि अपर मुख्य सचिव मध्य निषेध द्वारा भारत नेपाल जोगबनी बॉर्डर का निरीक्षण किया गया। खासकर मध्य निषेध से संबंधित नियम का किस तरह से अनुपालन हो रहा है,इसको देखा गया।
SSB के साथ जिला पुलिस बल के संबंध में पर दिया जोर
इसके अलावा एसएसबी और नेपाल के एपीएफ के ज्वाइंट ऑपरेशन पर भी विचार करते हुए एसएसबी के साथ जिला पुलिस के समन्वय के विषय में भी कई निर्देश दिए गए। डीएम ने कहा कि इस मौके पर औचक निरीक्षण के बाद अपर मुख्य सचिव के द्वारा कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं ताकि इस कानून को बेहतर किया जाए। खासकर के होली को लेकर इसे अति महत्वपूर्ण समझा जा रहा है।