शहर हो या गांव, कहीं भी अगर अचानक बाघ के आने की खबर मिल जाए या शोर मच जाए तो लोगों की हालत क्या हो सकती है, यह समझा जा सकता है। बिहार के पश्चिमी चंपारण में कुछ ऐसा ही हुआ। बगहा के एक गांव में खेतों की ओर बाघ के घूमने की खबर ने हड़कंप मचा दिया। जिन लोगों ने बाघ को घूमते देखा, उनके तो होश ही उड़ गए। बाघ को देखने को तेजी से उन्होंने भागकर अन्य लोगों को इस बात की सूचना दी। गांव में शोर मच गया, बाघ आया, बाघ आया। मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि गांव में बाघ के घूमने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। मामले की सूचना वन विभाग को भी दे दी गई है। गांव के कई लोग रातों को जागकर लाठी डंडे के साथ पहरा रहे हैं।
नीलगाय को मारकर खा रहा था बाघ
मिली जानकारी के अनुसार, पिपरासी थाना क्षेत्र के मनिया छापर गांव के गोठिलवा सरेह में 26 जून को किसानों व मजदूरों ने बाघ को चहलकदमी करते देखा। बाघ देखते ही उनके होश उड़ गए। वे भागकर गांव में पहुंचे और ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। ग्रामीण प्रदीप सहनी, गिरजा देवी, नंदू कुमार आदि ने बताया कि हमलोग मवेशी का चारा लाने सरेह में गए थे। वहां बाघ नीलगाय को मारकर खाता दिखा। किसी तरह हमलोग वहां से भाग कर गांव पहुंचे।
पुलिस को भी दी गई सूचना
ग्रामीणों ने इसकी सूचना पिपरासी थाना पुलिस को दी। सूचना पर प्रभारी थानाध्यक्ष विनोद कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ पिपरा बांध पर पहुंचे। थानाध्यक्ष ने बताया कि लोगों को सरेह की तरफ नहीं जाने की हिदायत दी गई। बाघ आने की सूचना पर ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर गांव की रखवाली कर रहे हैं।