Bihar (बिहार) में विधानसभा में 14 मार्च को स्पीकर विजय कुमार सिन्हा और सीएम नीतीश कुमार के बीच कहासुनी और तनातनी का नजारा देखने को मिला था। विधानसभा में इस तरह की स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई थी सीएम का गुस्सा सातवें आसमान पर था और वह विधानसभा अध्यक्ष को संविधान की पाठ सिखा रहे थे। इस मामले को लेकर 15 मार्च को बिहार में सियासत ने करवट ली। एक तरफ जहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक काली पट्टी पहनकर सदन में आए तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने विधानसभा में लोकतंत्र की हत्या कर दी। उन्होंने नीतीश कुमार से माफी की मांग की।
लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा, ”बिहार के मुख्यमंत्री ने सदन के संरक्षक पर हुक्म चलाकर लोकतंत्र की हत्या का काम किया है। स्पीकर की ओर उंगली उठाकर उन्हें संविधान को लेकर ज्ञान देना स्वीकार्य नहीं है। मुख्यमंत्री को आज ही सदन में माफी मांगनी चाहिए।”
सदन में नहीं आए विधानसभा अध्यक्ष
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के 15 march को सदन नहीं पहुंचने के बाद विपक्षी दलों ने हंगामा किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही स्थगित कर दी गई।