पिछले दिन आसनसोल की जनसभा से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ जिहाद का आह्वान किया था। इस बीच उदयपुर में एक हिंदू दर्जी की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की है। प्रतिनिधिमंडल ने ममता बनर्जी के इस वीडियो के साथ उन पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है और जल्द से जल्द सरकार भंग करने की मांग की है। पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में धारा 356 लागू करने की मांग की है। शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में राजभवन पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल और अन्य शामिल थे। पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर सरकार को बर्खास्त करने और धारा 356 लगाने की मांग की गई है।
जिहाद यानी भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा
उन्होंने कहा है कि भाजपा के खिलाफ जिहाद का मतलब है भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा। जब खुद राज्य की मुख्यमंत्री ऐसा कह रही हैं तो भाजपा नेता और कार्यकर्ता खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि ममता ने बंगाल की हिंदू आबादी के खिलाफ जिहाद का ऐलान किया है। शुभेंदु ने कहा कि ममता के जिहाद का नमूना हम पहले देख चुके हैं। नागरिकता अधिनियम के विरोध में सिंथी से श्याम बाजार तक रैली के दौरान ट्रेन और बसों को जला दिया गया। रास्ते भर में पड़ने वाले हिंदुओं के दुकानों घरों में अत्याचार, तोड़फोड़ आगजनी और हमले हुए। भाजपा के 57 कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है। नूपुर शर्मा के बयान को लेकर इसी तरह से जिहादियों ने बंगाल में तांडव मचाया। आगजनी तोड़फोड़ और हिंसा की।
राज्यपाल ने ममता के बयान को चिंताजनक बताया
शुभेंदु ने कहा कि ममता सीधे तौर पर जिहाद का ऐलान कर रही हैं इसलिए तुरंत सरकार बर्खास्त की जानी चाहिए। राज्यपाल ने इस मुलाकात के बाद एक बयान जारी कर कहा है कि ममता बनर्जी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। उन्होंने मुख्य सचिव को इस बारे में तलब किया है और ममता बनर्जी से बयान वापस लेने की मांग की है।