भाजपा की मथुरा सांसद हेमा मालिनी ने मथुरा डीएम को पत्र लिखकर बताया है कि पीकू वार्ड घोटाले में कई स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हैं। जांच के बाद भी अब तक किसी पर कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में उन्होंने सांसद निधि से अगली किश्त जारी नहीं करने की चेतावनी दे डाली है। हेमामालिनी ने डीएम से कहा है कि इस प्रकरण की जांच एक सप्ताह में कराकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
पैसा जारी होने के एक साल बाद में नहीं हुआ काम
सांसद हेमामालिनी ने मथुरा डीएम नवनीत सिंह चहल को लिखे पत्र में कहा है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जिला महिला चिकित्सालय मथुरा में सघन बाल रोग चिकित्सा इकाई (पीकू) कोविड-19 की स्थापना का कार्य हेतु 43.82391 लाख रुपये की धनराशि की स्वीकृति प्रदान करते हुए सम्पूर्ण धनराशि मुख्य चिकित्सा अधिकारी मथुरा को अवमुक्त की गयी थी। यह कार्य कोविड की तृतीय लहर को ध्यान में रखते हुए स्वीकृत हुआ था। अगस्त 2021 में धनराशि दी गई थी। करीब एक वर्ष बाद भी यह कार्य पूर्ण नहीं कराया गया है।
जो थोड़ा काम हुआ वह मानको के विपरीत
मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उनकी (हेमामालिनी की) संस्तुति तथा प्राक्कलन के अनुसार कार्य नहीं कराया गया है, जिसकी शिकायत पूर्व में की गई थी। यही नहीं जो कार्य हुआ, वह मानकों के विपरीत हुआ। इस प्रकरण में हुई जांच आख्या उपलब्ध कराने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।