Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

नेपाल के त्रिशूली नदी में गिरी बस, मोतिहारी के दंपती की मौत, सास-ससूर की भी गई जान

नेपाल के त्रिशूली नदी में गिरी बस, मोतिहारी के दंपती की मौत, सास-ससूर की भी गई जान

Share this:

– बखरी पंचायत के भीतघरवा गांव का था दंपति

– मृतक के साला ने बस से कूदकर बचाई जान

– दिल्ली में रहकर करता था मजदूरी

Patahi, motihari news: नेपाल में चार दिन पूर्व हुए भूस्खलन में यात्रियों से भरी बस त्रिशूली नदी में गिर गई। हादसे में कई यात्री काल के गाल में समा गए। इसमें बखरी पंचायत अंतर्गत भीतघरवा गांव निवासी एक दंपति भी सवार था। जहां पति-पत्नी दोनों की मौत हो गई। मृतक की पहचान नरेश साह (37) वर्ष व रिंकू देवी (35) वर्ष के रूप में हुई है। फिलहाल पति-पत्नी दोनों का शव नहीं मिला है। हालांकि, बस पर सवार मृतक नरेश साह के साले सरोज कुमार गुप्ता द्वारा मिली जानकारी के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि दंपति की मौत हो गई है। वहीं उसने घटना में अपने माता-पिता के मौत की भी जानकारी दी। घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। बताया जाता है कि मृतक दंपति 7 जुलाई को दिल्ली से अपने घर भीतघरवा आया था। इसके बाद नरेश साह अपनी पत्नी को लेकर ससुराल के लिए निकले। उनका ससुराल नेपाल के मटियारवा गांव में है। यहां से फिर वह दोनों काठमांडू (नेपाल) के लिए बस से निकले। साथ में नरेश साह के सास-ससुर व साला भी था। इस बीच चितवन जिले के सिमलताल अंतर्गत नारायण घाट-मुगलिग मार्ग पर जैसे ही बस पहुंची, भूस्खलन शुरू हो गया। इसके बाद बस में सवार यात्रियों में कोहराम मच गया। इस बीच मृतक के साले ने किसी तरह बस की खिड़की से कूद कर अपनी जान बचा ली, लेकिन अपनी मां-पिता, बहन व जीजा की जान बचाने में असफल रहा। देखते-देखते यात्रियों से भरा बस उफनाई त्रिशूली नदी में समा गई।

दिल्ली में मजदूरी करता था नरेश

मिली जानकारी के अनुसार,  मृतक नरेश साह अपनी पत्नी के साथ अपने बड़े भाई सुरेश साह की सढ़ बेटी की शादी में शामिल होने दिल्ली से आया था। शादी 14 जुलाई को थी। बताया जाता है कि मृतक की शादी 2009 में हुई थी। मृतक की एक बेटी विभा कुमारी है, जो 12 साल की है। वह अपने माता-पिता के साथ नहीं थी। इससे उसकी जान बच गई। नरेश ने सातवीं तक पढ़ाई की थी। इसके बाद वह दिल्ली मजदूरी करने चल गया था। वह छह भाई और दो बहन में दूसरे स्थान पर था।

Share this: