West Bengal news : सीबीआई द्वारा मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार किए गए बीरभूम जिले के बाहुबली नेता अणुव्रत मंडल और उनके नजदीकियों से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा सामने आया है। बताया जा रहा है कि राइस मिल से बरामद की गई कीमती गाड़ियों का इस्तेमाल काले धन की तस्करी के लिए होता था। काले रंग की जो गाड़ियां राइस मिल से जो बरामद की गई हैं, उन पर पश्चिम बंगाल सरकार के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस का भी स्टीकर लगा हुआ है। इसकी मदद से आसानी से इन गाड़ियों को बेरोकटोक से पैसेज मिलता था और गलत काम को अंजाम दिया जाता था।
पांच गाड़ियों के लिए रखे गए थे 10 ड्राइवर, सभी ड्राइवरों से पूछताछ करेगी सीबीआई
पूछताछ और जांच के क्रम में सीबीआई को पता चला है कि अणुव्रत मंडल और उनके शागिर्द द्वारा इस्तेमाल होने वाली सभी गाड़ियों के नंबर बीरभूम से लेकर मुर्शिदाबाद तक और पश्चिम बंगाल सीमा से सटे हर एक थाना क्षेत्र में पुलिस को दिया गया था। ताकि इन गाड़ियों को कहीं नहीं रोका जाए। सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार जो पांच गाड़ियां बरामद हुई हैं, उन्हें चलाने के लिए 12 ड्राइवर तैनात किए गए थे। इन गाड़ियों के सभी ड्राइवरों से सीबीआई पूछताछ करने की तैयारी में जुटी हुई है। सीबीआई को लगता है कि ड्राइवरों से पूछताछ के बाद उसे बड़ी जानकारी मिल सकती है। बता दें कि जिन लोगों के नाम पर यह महंगी गाड़ियां खरीदी गई हैं, उनसे सीबीआई पहले ही पूछताछ कर चुकी है। बताया जा रहा है कि अणुव्रत मंडल ने धमकी देकर दूसरे व्यक्ति के नाम पर गाड़ियां खरीदवायीं थी। अणुव्रत मंडल ने इन लोगों से कहा था कि या तो तुम लोग अपने नाम पर गाड़ी खरीदो। नहीं तो मैं पुलिस है क्हकर तुम लोगों को गांजा केस में फंसा देंगे।