पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक बड़ी वारदात हुई है। कोलकाता के प्रसिद्ध जादूगर के पास ड्यूटी पर तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक जवान ने अपने ही साथी जवान पर अंधाधुंध फायरिंग कर शरीर को चलनी -चलनी कर दिया। सीआईएसएफ जवान ने अपने साथी पर 15 गोलियां दागी हैं। इतनी गोलियां लगने के बाद सीआईएसएफ का जवान सारंगी खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पर और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि उस जवान को आनन-फानन में एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अपने ही साथी जवान पर फायरिंग करने वाले जवान की पहचान अक्षय कुमार मिश्र के रूप में हुई है। वह हेड कांस्टेबल है। वह भी मूलरूप से ओडिशा का निवासी है। ही रहने वाला है। इस घटना में सुबीर घोष नाम का एक अन्य पुलिस का जवान भी गंभीर रूप से घायल हुआ है।
कमांडो ऑपरेशन चलाने के बाद गोली चलाने वाले सीआईएसएफ जवान ने किया सरेंडर
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल और संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे। गोयल ने सीआईएसएफ जवान की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि फायरिंग की घटना में एक जवान की मौत हुई है और एक अन्य घायल है। कम से कम 15 राउंड फायरिंग हुई है। हालात को संभालने के लिए कमांडो ऑपरेशन चलाना पड़ा है। फायरिंग करने वाले जवान को समझा-बुझाकर करीब दो घंटे बाद सरेंडर कराया गया है। उसे हिरासत में ले लिया गया है।
दोनों जवानों के बीच अक्सर होता रहता था विवाद
मिली जानकारी के अनुसार करीब शाम 6:30 बजे के बाद फायरिंग की घटना हुई थी। सामने खड़ी पुलिस गाड़ी पर भी फायरिंग हुई। इससे पुलिस का जवान घायल हो गया है। समझाने के बाद भी अपने साथी की हत्या करने वाला सीआईएसएफ जवान बंदूक नहीं छोड़ रहा था। इसके बाद पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने उसे काफी समझाया। रात 8:30 बजे उसने सरेंडर किया। इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। बताया जा रहा है कि गोली मारने वाले सीआईएसएफ जवान की अपने सहकर्मी सारंगी से व्यक्तिगत दुश्मनी थी। दोनों में अक्सर विवाद होता रहता था। इसी कारण उसने अपने एके-47 राइफल से उस पर फायरिंग कर दी।