Controversy in Gujarat University over offering Namaz, Hindu students accused of beating Afghan students, Owaisi condemned the incident, Ahmedabad news, Gujarat news, Afghani students : गुजरात के अहमदाबाद विश्वविद्यालय (Ahmedabad University) के हॉस्टल में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद हो गया है। इस क्रम में अफगानी छात्रों की पिटाई भी की गई है। पिटाई का आरोप विश्वविद्यालयके हिंदू छात्रों पर लगा है। मिली जानकारी के अनुसार हॉस्टल में रहने वाले अफगानी और अन्य छात्रों के साथ मारपीट की गयी। गमछा पहने और जय श्रीराम का जय घोष करते हुए हॉस्टल में घुसी भीड़ ने पथराव और तोड़फोड़ भी की। इस विवाद में विश्वविद्यालय के करीब 5 छात्र घायल हैं। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने घटना के बाद पुलिस और यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के साथ एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इससे पूर्व उन्होंने डीजी और सीपी को तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस ने घटना की जांच प्रारंभ कर दी है।
पहले अफगानी छात्र ने हिंदू छात्र को मारी थप्पड़
बता दें कि अहमदाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल में शनिवार देर रात नमाज पढ़ने पर विवाद हुआ। इस दौरान के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनको लेकर अलग-अलग दावे किये जा रहे हैं। दावों के अनुसार, कुछ अफगानी छात्र रमजान की रात नमाज अदा कर रहे थे। इस पर तीन हिन्दू छात्रों ने आपत्ति जताई और गार्ड से छात्रों को वहां से हटाने को कहा। हिन्दू छात्रों की इस बात पर अफगानी छात्रों में से एक को गुस्सा आ गया। उसने हिन्दू छात्र को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद विवाद हो गया। एक अन्य दावे के मुताबिक हिंदू संगठन के लोगों ने इंटरनेशनल हॉस्टल जाकर विदेशी छात्रों की नमाज़ बंद करवाई। इसके बाद उन्होंने हॉस्टल के गार्ड से बदतमीज़ी की और करने लगे कि यहाँ नमाज़ क्यों पढ़ने देते हो। नमाज़ पढ़नी है तो मदरसा जाओ, मस्जिद में जाओ! उसी वक़्त एक अफ़ग़ानी छात्र हारून ने आकर नमाज़ बंद कराने आए हिंदू संगठन के कार्यकर्ता को थप्पड़ मारा और उसके बाद मामला हाथ से निकल गया।
क्या अमित शाह और मोदी हस्तक्षेप करेंगे : ओवैसी
इधर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने यूनिवर्सिटी में अफगानी मुसलमान छात्रों पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, ‘कितनी शर्म की बात है। जब आपकी भक्ति और धार्मिक नारे तभी सामने आते हैं, जब मुसलमान शांतिपूर्वक अपने धर्म का पालन करते हैं। जब आप मुसलमानों को देखकर बेवजह क्रोधित हो जाते हैं। यह सामूहिक कट्टरवाद नहीं तो क्या है? उन्होंने कहा है कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी क्या वे कड़ा संदेश भेजने के लिए हस्तक्षेप करेंगे? मैने अपनी सांस नहीं रोक रखी है। जयशंकर घरेलू मुस्लिम विरोधी नफरत भारत की सद्भावना को नष्ट कर रही है।’