Delhi News : दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर समेत 7 राज्यों में 21 जगहों पर सीबीआई की टीम छापेमारी कर रही है। सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत चार लोकसेवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीबीआई के छापे से सियासत गरमा गई है। आम आदमी पार्टी ने सीधे तौर पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि केजरीवाल सरकार द्वारा किए जा रहे बेहतर कामों से केंद्र सरकार परेशान है। यही वजह है कि उसने सिसोदिया के घर पर सीबीआई की टीम भेजी है।
आबकारी नीति में भ्रष्टाचार का आरोप
अब सवाल यह है कि दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया पर आरोप क्या है? आखिर क्यों सीबीआई की टीम ने सिसोदिया के घर पर छापा मारा है? पिछले महीने उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। सिसोदिया के पास आबकारी विभाग की जिम्मेदारी भी है। उनपर नई आबकारी नीति में भ्रष्टाचार का आरोप है।
क्या है मुख्य सचिव की रिपोर्ट में
मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा था?
मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि नई आबकारी नीति के जरिए कोरोना के बहाने लाइसेंस फीस माफ की गई। उन्होंने कहा था कि नई नीति के जरिए राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा है और यह नीति शराब करोबारियों को फायदा पहुंचाने की मंशा से लाई गई। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया था कि वे रिपोर्ट जमा कर यह बताएं कि नियमों की अनदेखी करते हुए आबकारी नीति को तैयार, लागू और मनमुताबिक बदलाव करने की छूट में किन सरकारी अधिकारियों की भूमिका रही है।
मनीष सिसोदिया ने जो कहा
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, “सीबीआई आई है। उनका स्वागत है। हम कट्टर ईमानदार हैं। लाखों बच्चों का भविष्य बना रहे हैं। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में जो अच्छा काम करता है उसे इसी तरह परेशान किया जाता है। इसीलिए हमारा देश अभी तक नम्बर-1 नहीं बन पाया।” उन्होंने कहा, “हम सीबीआई का स्वागत करते हैं। जांच में पूरा सहयोग देंगे ताकि सच जल्द सामने आ सके। अभी तक मुझ पर कई केस किए लेकिन कुछ नहीं निकला। इसमें भी कुछ नहीं निकलेगा। देश में अच्छी शिक्षा के लिए मेरा काम रोका नहीं जा सकता।”