National News Update, New Delhi, Famous Drama Personality Amir Raja Hussain No More : देश के जाने माने मशहूर रंगकर्मी आमिर रजा हुसैन अब हमारे बीच नहीं रहे। 66 साल की उम्र में 3 जून को उन्होंने हमें अलविदा कह दिया। अपनी यादगार मंच प्रस्तुतियों की बड़ी विरासत वह हमारे लिए छोड़ कर गए हैं।
‘द फिफ्टी डे वार’ से कराया था बड़ा अनुभव
उल्लेखनीय है कि ‘बाहुबली’, ‘आरआरआर’ और अब आने वाली ‘आदिपुरुष’ जैसी बड़े पर्दे की फिल्मों से बहुत पहले आमिर रजा हुसैन की रचनात्मक शक्ति ने भारत को ‘द फिफ्टी डे वॉर’ के जरिए एक मेगा नाट्य निर्माण का अनुभव कराया था। इसे वर्ष 2000 तक किसी भी पैमाने या दृष्टि से दोहराया नहीं गया।
पत्नी और दो बेटे
हुसैन परिवार में उनकी पत्नी और उनकी रचनात्मक साथी विराट तलवार हैं, जिनसे वह तब मिले थे, जब वह लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा थीं और एक नाटक (‘डेंजरस लाइजन’) के लिए ऑडिशन देने आई थीं। उनके दो बेटे हैं। उन्होंने ‘द फिफ्टी डे वॉर’ के माध्यम से कारगिल की कहानी उस पैमाने पर सुनाई, जिसे भारतीय मंच पर किसी ने प्रस्तुत नहीं किया था (एलिक पदमसी ने एंड्रयू लॉयड वेबर की ‘जीसस क्राइस्ट सुपरस्टार’ के साथ भी कुछ ऐसा ही किया था, लेकिन वह मूल प्रस्तुति नहीं थी), ‘द लेजेंड ऑफ राम’, जिसका 1994 में छोटे पैमाने पर मंचन किया गया था, 2004 में इसे फिर से शुरू किए जाने पर नाट्य क्षेत्र के लिए यह स्वर्ण मानक बन गया।