UP Government, Yogi Scheme For Gorakhpur : उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ लार्ज डेवलपमेंट विजन के साथ पूरे प्रदेश को आगे बढ़ाने की कोशिश में है साथ ही इस दृष्टि से गोरखपुर उनकी नजर में टॉप पर है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में इंवेस्टमेंट प्रस्ताव हासिल करने की दृष्टि से गोरखपुर पूरे राज्य में चौथे नंबर पर रहा। गोरखपुर जीआईएस में आय प्रस्तावों को धरातल में उतारने में भी टॉप 5 रैंकिंग में बने रहे इसके लिए तैयारियों को धार दिया जा रहा। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने इन्वेस्टमेंट के एमओयू को जमीनी हकीकत में बदलने के लिए तैयारियों की कमान संभाली है।
इतने लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट के लिए एमओयू
उद्योग के लिए सबसे आवश्यक लैंड बैंक गीडा के पास है। इसके साथ ही आवंटित होने वाले भूखंड क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर कार्य भी बहुत तेजी से से चल रहा है। ऐसे में जो आने वाले दिन में गोरखपुर बिजनेस हब भी कहलाएगा। जीआईएस में गोरखपुर के लिए 1.71 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के इन्वेस्टमेंट के लिए एमओयू हुए। इसको धरातल में उतरने से लगभग 1.98 लोगों के लिए रोजगार के मिलने की उम्मीद है।
नए सेक्टरों में पहली बार हो रहा निवेश
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण प्रबंधन का उत्साह इसी वजह भी ज्यादा है, क्योंकि इसमें पहली बार कुछ नए सेक्टर में इंवेस्टमेंट के प्रस्ताव मिले हैं। यहां पर हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के सेक्टर में इन्वेस्टमेंट होने जा रहा है। ग्रीन अमोनिया प्लांट स्थापित करने के लिए मेसर्स अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 22500 करोड़ रु का एमओयू किया गया है। सोलर एनर्जी पार्क की स्थापना के लिए जो आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप है। इसने 1772 करोड़ रुपए के निवेश का करार किया।
600 एकड़ लैंड बैंक तैयार
जीआईएस में आय इंवेस्टमेंट प्रस्तावों को उद्योग के रूप में मूर्त रूप देने के लिए गीडा ने निवेशकों की आवश्यकताओं के अनुसार, पहले से ही भूखंड के लिए चिह्नीकरण शुरू कर दिया है। हर उद्यमी की जरूरत के मुताबिक, गीडा के पास पर्याप्त लैंड बैंक ( लगभग 600 एकड़) है। इनमें आने वाले दिनों में और वृद्धि होना तय है। क्योंकि औद्योगिक गलियारे में भूमि का अधिकरण काफी तेजी के साथ करने के लिए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण में राजस्व कर्मियों की नियुक्ति भी हो चुकी है। गीडा गत एक महीने में ही व्यावसायिक ट्रांसपोर्ट, औद्योगिक, संस्थागत आदि क्षेत्र में 119 भूखंडों का आवंटन कर चुका है।