Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री स्वाति सिंह के बीच रिश्ता अंततः खत्म हो गया। दोनों के बीच लंबे समय से तलाक के मसौदे पर मामला चल रहा था। लखनऊ के अपर प्रधान न्यायाधीश देवेंद्र नाथ सिंह ने दोनों की तलाक अर्जी पर मुहर लगा दी है। पिछले साल ही पारिवारिक न्यायालय में तलाक के लिए दोबारा मुकदमा दायर हुआ था। अदालत ने दयाशंकर के कोर्ट में उपस्थित नहीं होने पर स्वाति के साक्ष्य से सहमत होकर तलाक की अनुमति दे दी।
2001 में हुई थी शादी, 10 वर्षों से रह रहे थे अलग- थलग
दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह की शादी 18 मई 2001 को हुई थी, जबकि दोनों पिछले लगभग 10 वर्षों से अलग रहे थे। दोनों के रिश्ते के बीच की तल्खी कई बार विभिन्न रूपों में सामने आई थी। यह बात किसी से छुपी नहीं थी। सियासत से लेकर आम लोगों तक को यह पता था कि दोनों कहने को पति-पत्नी है। इधर, कोर्ट के फैसले के साथ ही दोनों कानूनी तौर पर अलग-अलग हो गए।
2012 में दी थी तलाक की अर्जी
पूर्व मंत्री स्वाति सिंह ने 2012 में तलाक की अर्जी दी थी, जिसे अदालत ने कतिपय कारणों से खारिज कर दिया था। इसके बाद स्वाति ने 2022 में दोबारा अर्जी देकर मुकदमा शुरू करने की अपील की थी, लेकिन बाद में अर्जी वापस लेते हुए नई याचिका दायर की गई थी, जिसपर यह फैसला आया।