प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माफिया मुख्तार अंसारी पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। ईडी की टीमों ने मुख्तार अंसारी व उसके करीबियों के दिल्ली, लखनऊ, गाजीपुर व मऊ स्थित 11 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। छापेमारी में ईडी अधिकारियों के हाथ कई संपत्तियों के दस्तावेज व अन्य अहम जानकारियां लगी हैं। देर रात तक ईडी की छापेमारी जारी थी। छापेमारी से पहले ईडी ने रविवार को बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से लंबी पूछताछ की थी। ईडी ने इससे पूर्व नवंबर, 2021 में भी बांदा जेल में मुख्तार से पूछताछ की थी। ईडी के प्रयागराज स्थित कार्यालय में मुख्तार अंसारी के विरुद्ध मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया था।
सांसद अफजाल के यहां भी हुई छापेमारी
ईडी की अलग-अलग टीमों ने सीआरपीएफ के जवानों के साथ गुरुवार तड़के ही मुख्तार अंसारी व उसके कुछ करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की। लखनऊ में ईडी ने डालीबाग स्थित ग्रैंडियर अपार्टमेंट में छापा मारा, जहां पूर्व में कौमी एकता दल का कार्यालय था। यहां मुख्तार के कई करीबियों ने फ्लैट भी ले रखे हैं। लखनऊ में ही हुसैनगंज क्षेत्र स्थित एफआइ टावर में मुख्तार के एक करीबी के फ्लैट पर भी छापा मारा गया। इसके अलावा गाजीपुर में सुबह लगभग पांच बजे ईडी के प्रयागराज स्थित कार्यालय की टीमों ने एक साथ मिश्र बाजार स्थित आभूषण कारोबारी विक्रम अग्रहरी, खान ट्रेवल्स के संचालक मुश्ताक खां, रौजा निवासी व्यवसायी गणेश दत्त मिश्र के आवास के अलावा मुख्तार अंसारी के भाई व सांसद अफजाल अंसारी के आवास पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान घर के किसी सदस्य को बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई। ईडी ने किसी को बाहर से भीतर भी नहीं आने दिया। इस दौरान ईडी ने घरों में मौजूद लोगों से पूछताछ करने के साथ ही संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज खंगाले। सूत्रों का कहना है कि ईडी ने ग्लोरीज लैंड डेवलपर्स, विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी, अंसारी कंस्ट्रक्शन एंटरप्राइजेज समेत अन्य कंपनियों से जुड़े कागजात खंगाले। बैंक खातों में हुए लेनदेन के साथ ही खरीदी गईं संपत्ति का ब्योरा जुटाया।
गाजीपुर में सुरक्षा बल की निगरानी में हुई कार्रवाई
गाजीपुर में स्थानीय पुलिस पर मुख्तार अंसारी के परिवार के प्रभाव को देखते हुए ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई केंद्रीय सुरक्षा बल की निगरानी में की। ईडी की टीम ने सांसद अफजाल अंसारी के मुहम्मदाबाद स्थित आवास के अलावा गणेशदत्त मिश्रा के गाजीपुर में रजदेपुर देहाती, मुमताज खान के टाउनहाल और सराफ विक्रम अग्रहरि के मिश्रबाजार स्थित आवास पर एक साथ तड़के चार बजे छापेमारी की, जो शाम तक जारी रही। कभी अंसारी बंधुओं के करीबी रहे विक्रम अग्रहरि अब भाजपा से जुड़े हैं। बांदा की जेल में बंद मुख्तार के खिलाफ 49 आपराधिक मामले हैं और उसकी व उसके गिरोह की काली कमाई की ईडी पहले से जांच कर रही है।