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चुनाव आयोग ने जारी की चुनाव बॉन्ड की दूसरी लिस्ट

चुनाव आयोग ने जारी की चुनाव बॉन्ड की दूसरी लिस्ट

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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बताया किस कम्पनी ने किस पार्टी को दिया कितना चंदा

Election Commission released the second list of election bonds, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के बाद एसबीआई द्वारा उपलब्ध करायी फ्रेश लिस्ट से यह मालूम चल जायेगा कि किस पार्टी को कितने रुपये का चंदा चुनावी बॉन्ड के तौर पर किस कम्पनी ने दिया है। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी डेटा तीन फाइलों में उल्लेखित है। पहली फाइल में बताया गया है कि किस कम्पनी ने कितने बॉन्ड खरीदे और कितना रुपया भुनाया दर्शाया गया है, और किस तारीख को एसबीआई की किस ब्रॉन्च में किस अकाउंट नम्बर से पैसा डाला गया है। 

सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख अख्तियार करने के बाद एसबीआई ने जो डेटा सौंपा है, उसके मुताबिक, सत्तादल भाजपा को सबसे ज्यादा चंदे की रकम हासिल हुई है। आयोग ने डेटा शेयर करते हुए बताया है कि भाजपा ने चुनाव बॉन्ड से 6986.5 करोड़ रुपये भुनाये हैं। खास बात यह है कि सबसे ज्यादा चंदा 2,555 करोड़ रुपये भाजपा को साल 2019 से साल 2023 के मध्य मिली है। यह काल भाजपा का केन्द्र में सरकार चलाने का है और इसी में उसे सभी पार्टियों से ज्यादा चंदा हासिल हुआ है। 

वहीं, डेटा से उजागर होता है कि तमिलनाडु के मुख्समंत्री एमके स्टालिन की पार्टी द्रमुक डीएमके को चुनावी बॉण्ड के तौर पर 656.5 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। इस कुल चंदे की रकम में से 509 करोड़ रुपये सिर्फ सैंटियागो मार्टिन की अगुवाई वाली फ्यूचर गेमिंग (जिसे पहले मार्टिन लॉटरी एजेंसीज के नाम से जाना जाता था) से प्राप्त हुए। जबकि, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को इस चुनावी बॉन्ड से कुल 1,334.35 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। 

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने यह डेटा सुप्रीम कोर्ट के 15 मार्च के उस आदेश के बाद जारी किया है, जिसमें चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने चुनाव आयोग के आवेदन को निपटाते हुए रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश दिया था कि वह सुनिश्चित करें कि आयोग द्वारा प्रस्तुत डेटा को शनिवार 16 मार्च की शाम 05 बजे तक स्कैन कर डिजिटलाइज्ड कर दिया जाये। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कार्य पूरा होने के बाद मूल कॉपी को चुनाव आयोग को लौटाने का निर्देश भी दिया था। 

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