BIHAR NEWS : बिहार में गोपालगंज जिले के विजयीपुर प्रखंड के अलग-अलग गांवों में रहने वाली 250 अनपढ़ महिलाओं का एक समूह बनाकर उनके नाम पर ऋण स्वीकृत कराने के बाद ऋण मद की लगभग 10 करोड़ रुपये शातिरों ने गायब कर दिए। पता चलने पर समूह में शामिल महिलाओं ने इस बात की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
मिथिलेश पांडेय है इस मामले का मास्टरमाइंड
मिथिलेश पांडेय मामले का मास्टर माइंड बताया जाता है। उसने यूपी के देवरिया जिले के भटनी बाजार स्थित कई बैंक व विजयीपुर स्थित निजी बैंक से समूह के नाम पर करीब दस करोड़ ऋण स्वीकृत करा लिए। ऋण मद में मिली राशि किसी महिला तक नहीं पहुंची। इसकी भनक लगने पर विजयीपुर गांव निवासी सुनीता कुंवर ने गांव के मिथिलेश पांडेय, मुकेश पांडेय, सुधाकर पांडेय तथा कुंदन पांडेय सहित नौ लोगों के खिलाफ फर्जी तरीके से महिलाओं के आधार कार्ड व अंगूठे का निशान लेकर ऋण गबन का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस ने मुकेश पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। इसमें बैैंकरों की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत हो रही है।