Karnataka (कर्नाटक) के पूर्व deputy CM और BJP के दिग्गज नेता केएस ईश्वरप्पा ने मंदिर-मस्जिद विवाद पर 27 मई को ताजा बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि मस्जिदों के निर्माण के लिए 36,000 मंदिरों को नष्ट कर दिया गया था। उन सभी को कानूनी रूप से फिर से प्राप्त किया जाएगा। उन्होंने यह नहीं बताया कि आखिर किस कानून के जरिए ऐसा किया जाएगा या इसके लिए कर्नाटक और देश स्तर पर कोई उनकी पार्टी नया कानून बनाने जा रही है। भाजपा विधायक ने कहा, “36,000 मंदिरों को नष्ट कर दिया गया है और इसके ऊपर मस्जिदें बनाई गई हैं। उन्हें कहीं और मस्जिदें बनाने दें और नमाज अदा करने दें, लेकिन हम उन्हें अपने मंदिरों पर मस्जिद बनाने की अनुमति नहीं दे सकते। मैं आपको बता रहा हूं, सभी 36000 मंदिरों को हिंदू कानूनी रूप से पुनः हासिल करेंगे।” इस बीच इससे भी आगे बढ़कर राम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक ने कहा, “अगर शांति बनाए रखनी है, तो मुस्लिम समुदाय की ओर से जो भी मंदिर नष्ट कर दिए गए और मस्जिदों में परिवर्तित कर दिए गए, उन्हें हिंदुओं को वापस करना होगा।”
रोका जाए रिनोवेशन का काम
मंदिर-मस्जिद विवाद कर्नाटक में 21 अप्रैल को सामने आया, जब मंगलुरु के बाहरी इलाके में एक पुरानी मस्जिद के नीचे हिंदू मंदिर जैसा वास्तुशिल्प डिजाइन पाया गया। कुछ लोगों ने कहा है कि मस्जिद बनने से पहले स्थल पर एक मंदिर मौजूद था। विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने जिला प्रशासन से अपील की है कि दस्तावेजों की पुष्टि होने तक रिनोवेशन का काम रोक दिया जाए।