National News Update, Uttarakhand, Dehradun, Adi Kailash Darshan Rule Changed: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ स्थित आदि कैलास पर्वत की यात्रा के लिए जाने का आप भी प्लान बना रहे हैं तो इस संदर्भ में बदली हुई व्यवस्था की जानकारी जरूर रखें। स्थानीय प्रशासन ने अब वहां दर्शन की व्यवस्था के लिए तय दिनों में बदलाव कर दिया है। नई व्यवस्था के अनुसार अब सप्ताह में केवल तीन ही दिन दर्शन किए जा सकेंगे और चार दिन बंद रहेंगे।
देवभूमि के मंदिरों के साथ प्राकृतिक सौंदर्य का भी लें आनंद
आदि कैलास व ओम पर्वत यात्रा भगवान भोलेनाथ पर आस्था रखने वाले करोड़ों भक्तों के लिए हर साल एक बेहतर मौका लेकर आती है। इस यात्रा में जहां एक ओर देवभूमि के विभिन्न मंदिरों व देव स्थलों के दर्शन होते हैं वहीं प्राकृतिक सौंदर्य यात्रियों के लिए भी यह आकर्षण का केंद्र रहता है।
सड़क निर्माण कार्य के कारण व्यवस्था में बदलाव
जिलाधिकारी रीना जोशी ने बताया है कि सड़क निर्माण कार्य को देखते हुए सप्ताह में चार दिन यात्रा बंद रखी जाएगी। शेष तीन दिन सीमा सड़क संगठन कार्य की गति को कुछ धीमा करते हुए मार्ग को सुचारु रखेगा, ताकि देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचने वाले यात्री आदि कैलास के दर्शन कर सकें। मालूम हो कि गुंजी-आदि कैलास यात्रा मार्ग आए दिन बंद हो रहा है। दो दल आदि कैलास के दर्शन किए बिना ही लौट चुके हैं। यात्रा संचालन के लिए प्रशासन ने नया फार्मूला निकाला है।
बर्फबारी के कारण 15 दिनों से बंद था मार्ग, 2 दिन पहले खुला
बता दें कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिमपात के चलते ज्योलिकांग के पास 15 दिन से बंद आदि कैलास यात्रा मार्ग 2 दिन पहले यानी बुधवार को खुला है। तीन दिन से धारचूला में रुके तीसरे और चौथे दल के यात्री भोलेनाथ के जयकारों के साथ गुंजी के लिए रवाना हो गए। इनमें 70 यात्री शामिल हैं।
National News Update, Uttarakhand, Dehradun, Adi Kailash Darshan Rule Changed: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ स्थित आदि कैलास पर्वत की यात्रा के लिए जाने का आप भी प्लान बना रहे हैं तो इस संदर्भ में बदली हुई व्यवस्था की जानकारी जरूर रखें। स्थानीय प्रशासन ने अब वहां दर्शन की व्यवस्था के लिए तय दिनों में बदलाव कर दिया है। नई व्यवस्था के अनुसार अब सप्ताह में केवल तीन ही दिन दर्शन किए जा सकेंगे और चार दिन बंद रहेंगे।
देवभूमि के मंदिरों के साथ प्राकृतिक सौंदर्य का भी लें आनंद
आदि कैलास व ओम पर्वत यात्रा भगवान भोलेनाथ पर आस्था रखने वाले करोड़ों भक्तों के लिए हर साल एक बेहतर मौका लेकर आती है। इस यात्रा में जहां एक ओर देवभूमि के विभिन्न मंदिरों व देव स्थलों के दर्शन होते हैं वहीं प्राकृतिक सौंदर्य यात्रियों के लिए भी यह आकर्षण का केंद्र रहता है।
सड़क निर्माण कार्य के कारण व्यवस्था में बदलाव
जिलाधिकारी रीना जोशी ने बताया है कि सड़क निर्माण कार्य को देखते हुए सप्ताह में चार दिन यात्रा बंद रखी जाएगी। शेष तीन दिन सीमा सड़क संगठन कार्य की गति को कुछ धीमा करते हुए मार्ग को सुचारु रखेगा, ताकि देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचने वाले यात्री आदि कैलास के दर्शन कर सकें। मालूम हो कि गुंजी-आदि कैलास यात्रा मार्ग आए दिन बंद हो रहा है। दो दल आदि कैलास के दर्शन किए बिना ही लौट चुके हैं। यात्रा संचालन के लिए प्रशासन ने नया फार्मूला निकाला है।
बर्फबारी के कारण 15 दिनों से बंद था मार्ग, 2 दिन पहले खुला
बता दें कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिमपात के चलते ज्योलिकांग के पास 15 दिन से बंद आदि कैलास यात्रा मार्ग 2 दिन पहले यानी बुधवार को खुला है। तीन दिन से धारचूला में रुके तीसरे और चौथे दल के यात्री भोलेनाथ के जयकारों के साथ गुंजी के लिए रवाना हो गए। इनमें 70 यात्री शामिल हैं।