कोलकाता के राजकीय एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती बांग्ला फिल्मों के दिग्गज निर्देशक 92 वर्षीय तरुण मजुमदार की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। वह पिछले हफ्ते एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती हुए थे। गुर्दे की समस्या और वृद्धावस्था में उम्रजनित अन्य बिमारियों के कारण वयोवृद्ध निदेशक के इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन हुआ है। ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को उनकी सेहत के बारे में जानने के लिए एसएसकेएम अस्पताल जा पहुंची। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से तरुण मजुमदार की शारीरिक स्थिति के बारे में जानकारी ली हैं। वह सचिवालय के लिए रवाना हुई थीं और बीच रास्ते से एसएसकेएम अस्पताल जा पहुंची।
अभी ऑक्सीजन ट्यूब नहीं खोला जाएगा
अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके गले में ऑक्सीजन ट्यूब नहीं खोलने का फैसला किया है। उन्हें फिलहाल इसी तरह ऑक्सीजन दी जाएगी। उनकी ऑक्सीजन की जरूरत कल से थोड़ी कम हुई है। ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। हालांकि उनकी बीमारी काफी बढ़ गई है जो डॉक्टरों के लिए चिंता का विषय है। मजुमदार की हालत गंभीर है। वह खाना नहीं खा पा रहे हैं, इसलिए उन्हें नली के जरिए भोजन दिया जा रहा है। गले में एक ट्यूब डाली गई है ताकि शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में कोई दिक्कत न हो।
1990 में मिल चुका है पद्मश्री पुरस्कार
1990 में पद्म श्री प्राप्त करने वाले तरुण मजूमदार के नाम पांच फिल्मफेयर पुरस्कार हैं। उनकी उल्लेखनीय रचनाओं में स्मृति तुकु ठक (1960), पलटक (1963) और गणदेवता (1978) हैं। उन्होंने बालिका बधू (1976), कुहेली (1971), श्रीमन पृथ्वीराज (1972) और दादर कीर्ति (1980) जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का भी निर्देशन किया।