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नयी दिल्ली : किसान नेताओं ने एमएसपी पर केन्द्र सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इसके बाद किसान एक बार फिर दिल्ली कूच करने निकले हैं। बुधवार को किसान दिल्ली की तरफ बढ़ने की कोशिश की। वहीं, दिल्ली पुलिस की कोशिश है कि उन्हें दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाये। ऐसे में दिल्ली की किलेबंदी को भेदना किसानों के लिए आसान नहीं होगा। इसका असर ट्रैफिक मूवमेंट पर भी पड़ेगा, जिसे लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। यातायात पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने गंतव्य को जाने के लिए समय से निकलें और सम्भव हो, तो मेट्रो का इस्तेमाल करें। किसानों के मद्देनजर दिल्ली में जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाये गये हैं और लोगों की चेकिंग भी की जा रही है।
आवागमन वाले मार्ग
✓बहादुरगढ़ जाने के लिए लोग डीएसआईडीसी से बवाना रोड, कंझावला चौक, डॉ. साहिब सिंह वर्मा चौक, घेवरा, निजामपुर बॉर्डर, सावदा गांव होते हुए जा सकते।
✓राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर जाने के लिए लोग डाबर चौक, मोहन नगर, गाजियाबाद, हापुड़ रोड, जीटी रोड, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, डासना से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे एवं लोनी से पंचलोक, मंडोला, खेकड़ा से जा सकते हैं।
✓दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले लोग, अक्षरधाम मंदिर के सामने से पुश्ता रोड या पटपड़गंज रोड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
✓गाजियाबाद जाने के लिए लोग चौधरी चरण सिंह मार्ग, आनंद विहार होते हुए या अप्सरा बॉर्डर से भी जा सकते हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों से सरकार ने एक बार फिर की वार्ता की अपील
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से अपील की है कि वे पांचवें दौर की वार्ता के लिए आगे आयें। एक बयान में मंत्री ने कहा कि सरकार मामले का समाधान चाहती है। वे किसानों से अनुरोध करते हैं कि शांति बनाये रखें।
मुंडा ने बुधवार को एक बयान में कहा कि सरकार चौथे दौर के बाद पांचवें दौर की वार्ता में सभी मुद्दे जैसे की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग, फसल विविधीकरण, पराली का विषय, एफआईआर पर बातचीत के लिए तैयार है। बातचीत के जरिये ही समाधान निकाला जा सकता है। वे दोबारा किसान नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित करते हैं।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार और किसानों के बीच हुई चौथे दौर की वार्ता भी विफल रही है। सरकार की ओर से दिए प्रस्तावों को किसान संगठनों ने मानने से मना कर दिया है और प्रदर्शन तेज करने की धमकी दी है। दर्शन कर रहे पंजाब धड़े के किसानों को संयुक्त किसान मोर्चा का भी साथ मिला है। किसान संगठन एमएसपी के मुद्दे पर कोई समझौता करना नहीं चाहते हैं।