National News Update, New Delhi, Ex. Army Chief MM Naravane on Manipur Violence : मणिपुर में लगभग 3 महीने से जारी हिंसा अभी तक थमने की स्थिति में नहीं आई है। इस सामुदायिक हिंसा में डेढ़ सौ से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। लगभग 50000 लोग शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं। इस बीच इस मामले में पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) एमएम नरवणे का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने मणिपुर हिंसा में विदेशी ताकतों के शामिल होने का शक जताया है। कहा कि मणिपुर में विदेशी एजेंसियों की भागीदारी से इनकार नहीं किया जा सकता।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीमावर्ती राज्य में अस्थिरता अच्छी नहीं
एमएम नरवणे ने कहा, ‘सीमावर्ती राज्य में अस्थिरता देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अच्छी नहीं है।’ उन्होंने मणिपुर में विद्रोही संगठनों को चीन की ओर से दी जारी सहायता का भी जिक्र किया। पूर्व सेना प्रमुख ने भरोसा जताया कि सरकार अशांत राज्य में शांति बहाल करने के लिए कदम उठा रही है। नरवणे ने दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में राष्ट्रीय सुरक्षा परिप्रेक्ष्य विषय पर आयोजित एक चर्चा के दौरान यह बात कहीं।
विद्रोही संगठनों को चीन की मदद
एमएम नरवणे ने कहा, ‘मुझे यकीन है जो लोग कुर्सी पर हैं और कार्रवाई के लिए जिम्मेदार हैं। वे अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं। हमें उन पर दोबारा अनुमान लगाने से बचना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि विदेशी एजेंसियों की भागीदारी से इनकार नहीं किया जा सकता। चीन कई वर्षों से विद्रोही संगठनों की मदद कर रहा है और आगे भी ऐसा करना जारी रखेगा।