Amnesty International India के पूर्व प्रमुख और मानवाधिकार कार्यकर्ता आकार पटेल को कोर्ट की के इजाजत के बावजूद बेंगलुरु हवाई अड्डे पर अमेरिका जाने से रोक दिया गया है। पटेल को उनके खिलाफ सीबीआई के लुकआउट सर्कुलर का हवाला देते हुए रोका गया है। हालांकि गुजरात की एक अदालत ने पटेल को कुछ शर्तों के साथ अमेरिका जाने की अनुमति दी थी।
पटेल ने ट्विटर पर दी जानकारी
इस घटना को लेकर ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आकार पटेल ने पूछा है कि उन्हें क्यों रोका गया। पटेल ने कहा है कि उन्हें अपने खिलाफ लुकआउट सर्कुलर के बारे में पता नहीं है और इस बात पर आश्चर्य है कि सीबीआई को किसी ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर जारी करने की क्यों आवश्यकता होगी जिसके ठिकानों के बारे में उन्हें पता था।
मोदी के आलोचक रहे हैं आकार
राणा अय्यूब की तरह आकार पटेल भी नरेंद्र मोदी सरकार के लगातार आलोचक रहे हैं और उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री के शासन का विश्लेषण करने वाली एक पुस्तक प्रकाशित की है। उन्हें और एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया दोनों को कई बार सरकारी मशीनरी ने निशाना बनाया है। यही कारण है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाने के बाद सीबीआई ने 2019 में एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया उनसे जुड़े तीन संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके तुरंत बाद प्रवर्तन निदेशालय ने इसकी एक अलग जांच शुरू कर दी थी।