पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किए गए राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी फिलहाल जेल में बंद हैं। दोनों को अलग-अलग जेल में रखा गया है। पार्थ प्रेसिडेंसी जेल में हैं तो अर्पिता मुखर्जी अलीपुर महिला जेल में सजा काट रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जेल में भी पार्थ चटर्जी को अपनी प्रेमिका अर्पिता की चिंता रहती है। अर्पिता कैसी है, वह कैसे रह रही है। उसे कुछ दिक्कत तो नहीं हो रही। आदि सवाल पार्थ अपने अधिवक्ताओं से अक्सर पूछते हैं। वह अपने नेताओं से यह कहते हुए भी देखे गए और सुने गए कि उससे मुलाकात होती रहनी चाहिए। सुविधा सुविधा का भी आपको ख्याल रखें।
अर्पिता को पहचानने से कर दिया था इंकार
इससे पहले जब ईडी के अधिकारियों ने पार्थ चैटर्जी से अर्पिता के बारे में पूछा था तो उन्होंने कहा था कि वह उसे नहीं जानते हैं। वैसे पार्थ और अर्पिता के जॉइंट संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज ईडी के हाथ लग चुके हैं। एक दर्जन से ज्यादा संपत्तियां दोनों के संयुक्त नाम पर हैं। यह भी दावा किया जा रहा है कि दोनों पिछले एक दशक से रिलेशनशिप में हैं।
जेल में लेखक बनें पार्थ, ईश्वर को भी कर रहे याद
जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्थ चटर्जी जेल में अब लेखक हो गए। उनमें भगवान के प्रति उनकी भक्ति भी जग गई है। बता दें कि वह प्रेसीडेंसी सेंट्रल जेल में बंद हैं और वहां अध्यात्मिक किताबें पढ़ रहे हैं। इसके अलावा जेल के अपने अनुभव को वह कलमबद्ध कर रहे हैं। जेल प्रबंधन के सूत्रों ने बताया है कि वह आध्यात्मिक किताबें पढ़ने के साथ-साथ जेल में हो रहे एहसासों को अपनी डायरी में कलमबद्ध कर रहे हैं।