Sharda scam : शारदा घोटाले का जिन्न एक बार फिर निकल आया है। लगभग 10 वर्ष पुराने इस मामले में ईडी ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम सहित कई नेताओं की संपत्ति उसने अटैच की है। पिछले दिनों ईडी ने अधिकृत तौर पर इस बात का खुलासा किया कि उसने नलिनी के अलावा सीपीएम के पूर्व विधायक देवेंद्र विश्वास और असम के पूर्व मंत्री दिवंगत अंजन दत्ता की कंपनी को लाभार्थियों की श्रेणी में रखते हुए इनकी 6.3 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की है। इसमें 3.3 करोड़ रुपए की चल, जबकि तीन करोड़ की अचल संपत्ति है।
लीगल फी के तौर पर नलिनी ने लिए थे 1.26 करोड़
ईडी के अनुसार लाभार्थियों में नलिनी चिदंबरम के अलावा ईस्ट बंगाल क्लब के एक अधिकारी देवव्रत सरकार, एक पूर्व आईपीएस अधिकारी और पूर्व सीपी विधायक देवेंद्र विश्वास और अंजन दत्ता के स्वामित्व वाली अनुभूति प्रिंटर एंड पब्लिकेशन शामिल है । ईडी ने पहले कहा था कि पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी की भूमिका शारदा समूह द्वारा 1.26 करोड़ रुपए के कानूनी सूर्य के भुगतान से कथित रूप से जुड़ी हुई थी, जो कि एक टेलीविजन चैनल खरीद सौदे पर अदालत और कंपनी लॉ बोर्ड में पीसी के लिए थी।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा यह मामला है 2013 का
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा यह मामला 2013 का है। बंगाल, असम और ओडिशा में शारदा समूह द्वारा कथित फंड घोटाले की बात करें तो इस समूह पर अपनी अवैध योजनाओं में निवेश सामान्य रूप से उच्च रिटर्न देने का वादा करके हजारों जमाकर्ताओं को धोखा देने से संबंधित है। एंटी मनी लांड्रिंग एजेंसी ने समूह और उसके प्रमोटरों के खिलाफ कोलकाता पुलिस की प्राथमिक का अध्ययन करने के बाद 2013 में इस केस को टेकओवर करते हुए समूह और उसके सदस्यों पर आपराधिक मामला दर्ज किया था।
अबतक 600 करोड़ की संपत्ति जब्त कर जुकी है ईडी, जमाकर्ताओं को अबतक नहीं चुकाए गए 1983 करोड़
शारदा समूह के इस घोटाले की बात करें तो ईडी अब तक इस मामले में करीब 600 करोड़ की संपत्ति अटैच कर चुकी है। जानकारी के अनुसार इस समूह द्वारा जमा कर्ताओं से कुल 2459 करोड़ों रुपए इकट्ठा किए गए थे जिनमें से लगभग 1983 करो पर अब तक जमा कर्ताओं को चुकाए नहीं रहे हैं।