New Delhi news : वर्ल्डएटलस.कॉम की ओर से जारी दुनिया की 10 सबसे बड़ी कोयला खदानों की सूची में छत्तीसगढ़ स्थित कोल इंडिया की सहायक कम्पनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की गेवरा और कुसमुंडा कोयला खदानों ने दूसरा और चौथा स्थान हासिल किया है। इस अवसर पर एसईसीएल के सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा कि यह वास्तव में छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गर्व का क्षण है कि दुनिया की पांच सबसे बड़ी कोयला खदानों में से दो अब राज्य में हैं। उन्होंने कोयला मंत्रालय, एमओईएफसीसी, राज्य सरकार, कोल इंडिया, रेलवे, विभिन्न हितधारकों और सबसे महत्वपूर्ण कोयला योद्धाओं के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने के लिए अथक प्रयास किया है।
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दोनों खदानें सालाना 10 करोड़ टन से अधिक कोयले का उत्पादन करती हैं
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित ये दोनों खदानें सालाना 10 करोड़ टन से अधिक कोयले का उत्पादन करती हैं। यह भारत के कुल कोयला उत्पादन का लगभग 10 प्रतिशत है। गेवरा ओपनकास्ट खदान की वार्षिक उत्पादन क्षमता 7 करोड़ टन है और वित्त वर्ष 23-24 में 5.9 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया गया। इस खदान का संचालन वर्ष 1981 में शुरू हुआ था और इसमें अगले 10 वर्षों के लिए देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त कोयला भंडार है। कुसमुंडा ओसी खदान ने वित्त वर्ष 23-24 में 5 करोड़ टन से अधिक कोयले का उत्पादन किया, यह उपलब्धि हासिल करनेवाली गेवरा के बाद भारत की केवल दूसरी खदान है।